Book Title: Samaysara Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy
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उदाहरण
(118)
SSIS ISS ।। ऽऽ। । ।ऽ । । । ऽ ऽ जीवस्स णत्थि वण्णो ण वि गंधो ण वि रसो ण वि य फासो । ऽ ऽ ।।ऽऽ । T 1 ऽ।। ऽ
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ण वि रूवं ण सरीरं ण वि संठाणं ण संहणणं ।।
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। ।।। ऽ । ।ऽ ऽ अरसमरूवमगंधं
ऽ । । ऽ ऽ।। ऽ जाण अलिंगग्गहणं
ऽ ऽ ऽ ऽ । ऽ ।।। ऽ ऽ अव्वत्तं चेदणागुणमसद्दं ।
ऽ।। ऽ ऽ । ऽ ऽ ऽ जीवमणिद्दिट्ठसंठाणं ।।
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ऽ ऽ ऽ ऽ । ऽ। ऽ ऽ S
जीवस्स णत्थि केई जोयट्ठाणा ण बंधठाणा वा ।
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णेव य उदयट्ठाणा
ण मग्गणट्ठाणया
केई ||
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तह जीवे कम्माणं णोकम्माणं च पस्सिदुं वण्णं ।
ऽ ऽ । ऽ। ऽ ऽ
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जीवस्स एस वण्णो जिणेहि ववहारदो उत्तो ॥
समयसार (खण्ड-1)
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