Book Title: Ratnaparikshadi Sapta Granth Sangraha
Author(s): Agarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur

Previous | Next

Page 170
________________ गणितसार-बीजक सूत्र सं० गाथा तथा वस्तुबंध गणित ३११ । गा० १५ मूल प्रबन्ध स्थापना। गा० २ भिन्न वर्गस्य गणना १३ गा० ७८ परिकर्माणि पाटी ... २५ , १भिन्न वर्गमूल गपाना १४ गा० ५ संकलित उत्पत्ति विधि १ " २भिन्न घनस्य गणना १५ गाह ६ विमल कलित गणना २ , ६ गुणाकार मेद २ गणना ३ , १भिन्न घन मूल गणना १६ , ९ त्रैराशिक गणना , १ भागाहर गणनोत्पत्ति ४ , ३ वर्गसं० उत्पत्ति गणना ५ ६पंच राशिक गणना १८ , २वर्गमूल सं०उत्पत्तिगणना १ सप्त राशिक गणना १९ , ४ घन उत्पत्ति गणना ७ . १ नव राशिक गणना २० , ३ घनमूलोत्पत्ति गणना ८ १ एकादश राशिक गणना २१ , ४ अभिन्न परिक्रम गणना ९ ,, ५व्यस्त त्रैराशिक गणना २२ , ३भिन्न संकलित गणना १० , ४क्रय विक्रय मेद गणना २३ , २ भिन्न गुणाकार गणना ११ , २ भांड प्रतिभांड गणना २४ " २ भिन्न भागाहर गणना १२ , २ जीव विक्रय गणना २५ ॥ इति गाथा ७८ परिकोणि २५ सूत्रस्य बीजकं यथा शुभमस्तु॥ अपरभाग जाति ८ अष्ट नामानि . सूत्र गाथा० १७ १ कलासवर्ननु गाथा २ प्रभागजाति गाथा । ३ भाग भागजाति गा० ४ भागानुबंधाजा० ५ भाग प्रवाह गणना ६ भाग मात जाति गा० ७ वल्ली सवर्णनु गाथा ८ स्थंभोइस जाति गाथा २ दुतीक सेढी व्यवहार गाथा ९ गा० २ सेढी व्यवहार गणित १ पानयन , १ नष्टोत्तरानयन , १ नष्टगच्छानयन , २ संकलितैक्यानयन , १ वग्गैकघनानयन , १संकलित वर्ग धनक० ७ orarms aamanar अपर व्यवहार ८ गणना। सूत्र गा० १०४ १ प्रथम मिश्रक व्यवहार गा०२५ गा० २ मिश्रक गणना प्रथ. १ , २ भाव्यक गणना दुती २ , २एगपत्री करण सूत्र ३ ४ प्रक्षेपक ४सम विसम २ सुवण्णी व्यव० ४ सुवर्ण भिन्नो ५नष्ट सुवर्ण वर्ण अष्टम ८ orrmw59 v ३ क्षेत्र व्यवहार सूत्र गाथा १९ १समचउरस २ दीर्घ चउरस ३ एकादि सालंब ४ त्रिकोण क्षेत्र ५पंचकोण क्षेत्र ६ त्रिकोण विकट ७ वृत्तमंडल ८धणुहाकार ९ गजदंताकार १० वज्राकार ११ मृदंगाकार १२ नानाविधि - -- १० Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206