Book Title: Prabuddha Jivan 2010 03
Author(s): Dhanvant Shah
Publisher: Mumbai Jain Yuvak Sangh

View full book text
Previous | Next

Page 18
________________ પ્રબુદ્ધ જીવન માર્ચ ૨૦૧૦ प्रकाशक : जैन विश्वभारती प्रकाशन, राजस्थान, लाडनू, प्रथम आवृत्ति, १९७४. : वर्धमान प्रकाशन, प्रथम आवृत्ति, १९७५. (३७) सत्य की खोज : मुनि नथमल, प्रकाशक : जैन विश्वभारती प्रकाशन, (५५) भारत पर भगवान महावीर का असीम उपदेश : विनोबा भावे, संपा. राजस्थान, लाडनू, प्रथम आवृत्ति, १९७४. त्रिपाठी रुद्रदेव, प्रकाशक : दशपुर साहित्य संवर्धन संस्थान, मन्दसौर, (म. प्र.) (३८) भगवान महावीर : आचार्य तुलसी, प्रकाशक : जैन विश्वभारती प्रकाशन, प्रथम आवृत्ति, १९६४. राजस्थान, लाडनू, प्रथम आवृत्ति, १९७४. (५६) बुद्ध और महावीर तथा दो भाषण : किशोरलाल मशरूवाला, अनु. (३९) जैन धर्म और भगवान महावीर : डॉ. देवेन्द्रकुमार शास्त्री, प्रकाशक : जैन जमनालाल, प्रकाशक : भारत जैन महामंडल, वर्धा, प्रथम आवृत्ति, १९५०. सिंधई खुन्तीलाल राधाबाई जैन ट्रस्ट, इन्दौर, प्रथम आवृत्ति, १९७५. (५७) श्री महावीर पुराण : नंदलाल जैन 'विशारदजी' संपा., प्रकाशक : जैन (४०) भगवान महावीर : विराट, जयपूर, प्रकाशक :अनुपम प्रकाशन, जयपूर, पुस्तक भवन, कलकत्ता, प्रथम आवृत्ति. प्रथम आवृत्ति, १९७५. (५८) ढाई हजार वर्षों में श्री भगवान महावीर स्वामी की विश्व को देन : (४१) महावीर वाणी : संक. रूपांतरकार, डॉ. देवेन्द्रकुमार शास्त्री, प्रकाशक: संपा. देशभूषणजी, श्रीमती मुन्नादेवी, लाला राजेन्द्र प्रसादजी, दिल्ही, प्रथम आवृत्ति. वीर सेवा मंदिर ट्रस्ट प्रकाशन, वाराणसी, प्रथम आवृत्ति, १९७५. (५९) भगवान महावीरना युगनी महादेवीओ : सुशील, प्रकाशक : जैन (४२) तीर्थंकर महावीर : एक अध्ययन : ले. महेन्द्रकुमार फुसकेले, प्रकाशक: आत्मानंद सभा, भावनगर, प्रथम आवृत्ति, १९४६. जनता प्रेस प्रकाशन, परकोटा, मध्यप्रदेश, प्रथम आवृत्ति, १९७५. संस्कृत : (४३) श्रमण महावीर : ले. मुनि नथमल, प्रकाशक : जैन विश्वभारती प्रकाशन, (१) बुद्धारण्यकोपनिषदृष्टा वार्तिक : ले. सुरेश्वर टी. का. आनन्दगिरि, प्रकाशक: राजस्थान (लाडनू), प्रथम आवृत्ति, १९७४. महादेव द्विमाणाजि आप्टे, पूना, प्रथम आवृत्ति, १८९४. (४४) तीर्थंकर वर्धमान महावीर : ले. श्री मधुकर मुनि रतन मुनि चंद्रसुराना (२) काव्यमाला-७ : प्रकाशक : निर्णयसागर, मुंबई, प्रथम आवृत्ति, १९०७. 'सरस', प्रकाशक : वीर निर्वाण ग्रंथ प्रकाशन समिति, इंदौर (मध्यप्रदेश), प्रथम (३) महावीर पूजा (न्याय कुसुमाग्नामि प्रकरणम्) : ले. न्याय विजयजी, आवृत्ति, १९७४. प्रकाशक: लक्ष्मी प्रिन्टिंग प्रेस, अहमदाबाद, प्रथम आवृत्ति, १९०२. (४५) भगवान महावीर का जीवन : ले. पंडित सुखलालजी संघवी, प्रकाशकः (४) संभतितर्क प्रकरण व्याख्या तत्त्वबोधविद्याचिन्या : ले. सिद्धसेन दिवाकर जैन कल्चरल रिसर्च सोसायटी, बनारस, प्रथम आवृत्ति. व्या. का. अभयदेव सूरि संपा. संघवी सुखलाल, प्रकाशक : गुजरात पुरातत्त्व (४६) चितेरों के महावीर : डॉ. प्रेमसुमन जैन, प्रकाशक : मंत्री अमर जैन मंदिर, अहमदाबाद, प्रथम आवृत्ति, १९२८. साहित्य संस्थान, उदयपुर, प्रथम आवृत्ति, १९७५. (५) महावीर तत्त्व प्रकाश : ले. विजय केशर सूरि, प्रकाशक : विजय कमल (४७) जैन धर्म और भगवान महावीर : डॉ. देवेन्द्रकुमार शास्त्री, प्रकाशक : केशर ग्रंथमाला, प्रथम आवृत्ति, १९२७. डॉ. जी. सी. जैन सिंघई खुन्तीलाल राधाबाई जैन ट्रस्ट, इन्दौर, प्रथम आवृत्ति, (६) त्रिषष्ठिशलाकापुरुषचरित्र महाकाव्यम् भा. २, पर्व १०मुं : हेमचंद्राचार्य, १९७५. प्रकाशक : जैन धर्म प्रचार समिति, भावनगर, प्रथम आवृत्ति, १९६५. (४८) अनुत्तर योगी : तीर्थंकर महावीर भाग-१ : ले. वीरेन्द्रकुमार जैन, (७) न्याय खंडाद्यपरनाम महावीर स्तव प्रकरण : ले. यशोविजय गणि, प्रकाशक: श्री वीर निर्वाण ग्रंथ प्रकाशन समिति, इन्दौर, प्रथम आवृत्ति, १९७४. प्रकाशक : मनसुखभाई माणेकलाल, प्रथम आवृत्ति, १९२८. (४९) चरम तीर्थंकर श्री महावीर : विजय विद्याचंद्र सूरि, संपा. जोशी मदनलाल, (८) महावीर चरितम् (अनुवाद टिप्पण) : भवभूति, संपा. टोडरमल, प्रकाशक : प्रकाशक : राजेन्द्र प्रवचन कार्यालय, राजगढ, प्रथम आवृत्ति, १९७५. पंजाब युनिवर्सिटी, लाहोर, प्रथम आवृत्ति, १९२८. (५०) भगवान महावीर : ले. मालवणिया दलसुख, प्रकाशक : जैन संस्कृति (८) श्रमण भगवान महावीर : ले. कल्याण विजयजी गणि, प्रकाशक : श्री संशोधन मंडल, वाराणसी, प्रथम आवृत्ति. कल्याण विजयजी शास्त्र संग्रह समिति, मारवाड, प्रथम आवृत्ति, १९४२. (५१) भगवान महावीर और मांसनिषेध : ले. आत्मारामजी, प्रकाशक : (९) जैन महावीर गीता : ले. बुद्धिसागर सूरीश्वरजी, प्रकाशक : जयभिख्खु अमरनाथ, लुधियाना, प्रथम आवृत्ति, १९५७. साहित्य प्रकाशन ग्रंथमाला, अहमदाबाद, प्रथम आवृत्ति, १९६८. (५२) भगवान महावीर और उनका तत्त्वदर्शन : ले. देश भूषणजी, प्रकाशक: (१०) अल्पबहुगर्भित श्री महावीर स्तवनम् सत्त्वचूरिकं महादण्डक जैन साहित्य समिति एस्प्लेनेड रोड, दिल्ही, प्रथम आवृत्ति, १९७३. स्तोत्रापरपर्वा चाल्य बहुत्व विचार स्तवनम् : ले. समय सुन्दर गणि, प्रकाशक: (५३) वीर वर्धमान चरितम् : ले. डॉ. हीरालाल जैन, प्रकाशक : भारतीय श्री आत्मानंद सभा, भावनगर, प्रथम आवृत्ति, १९१४. ज्ञानपीठ प्रकाशन, दिल्ही, प्रथम आवृत्ति, प्राकृत, अर्धमागधी, राजस्थानी और १९७४. उदधाविव सर्वसिन्धव; समुदीर्णास्त्वयि सर्वदुष्टयः । अन्य पुस्तकें : (५४) वर्धमान जीवन कोश : संपा. न च तासु भवानुदीक्ष्यते, प्रविभक्तासु सरित्स्विवोदधिः ।। (१) प्रकरण रत्नकर भाग-२ बांठिया मोहनलाल चोरडिया श्रीचन्द, -द्वात्रिंशिडा, ४-१५ (अधर्मागधी) : प्रकाशक : श्रावक प्रकाशक: जैन दर्शन समिति, कलकत्ता, भीमसिंह माणेक, मुंबई, प्रथम आवृत्ति, જેમ સમુદ્રમાં બધી નદીઓ મળે છે, એવી જ રીતે તમારા प्रथम आवृत्ति, १९८०. १८७६. (५३) मानवता के मंदराचल भगवान દર્શનમાં તમામ દૃષ્ટિઓ મળે છે, ભિન્ન ભિન્ન દૃષ્ટિઓમાં તમે (२) प्रकरण रत्नकर भाग-३ महावीर : जमनालाल जैन, प्रकाशक हेपाता नथी, भ, नहीमोम समुद्र हेपाती नथी. (अधर्मागधी) : प्रकाशक : श्रावक

Loading...

Page Navigation
1 ... 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36