Book Title: Pooja Sangraha Part 2
Author(s): Buddhisagar
Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal

View full book text
Previous | Next

Page 400
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (३६७) श्री घंटाकर्ण महावीर पूजन विधि, श्री शांति स्नात्र अष्टोत्तरी स्नात्र तथा प्रतिष्ठा प्रसंगे पूर्वाचार्य मुनियोए घंटाकर्ण महावीर मंत्रयंत्रनी थाळी थापवानुंजणाव्युं छे अने ते प्रमाणे वर्तमानमा प्रवृत्ति थाय छे. तथा देवप्रतिष्ठा शांति स्नात्र काले घंटाकर्ण महावीरना मंत्रनो १०८ वार जाप करीने सुखडीसहित मंत्रनी स्थाळी बांधी स्थापवामां आवे छे. घंटाकर्ण महावोरनी श्री महुडी (मधुपुरी) गाममांश्री पद्मप्रभु जिन मंदिरनी बहार देरी डे, तेमां घंटाकर्ण महावीरनी मूर्ति स्थापवामां आवो छे. घगा भक्तो. ना आग्रहथी वोरनी पूजा रचवामां आवो , तथा आरती रचवामां आवी छे. गुरुगम पूर्वक पूजा ज. णावत्री बने करवी. शासन रक्षक वीर तरीके पू. चार्योए घंटाकर्ण महावीरने स्थाप्या . घंटाकर्ण महावीर कल्प बेत्रण जातिना छे. कलिकालमां शासन प्रभावक वोरना अनेक चमत्कारो थाय . स. म्यग दृष्टि वीर ते सम्यग दृष्टियोने स्वधर्मी तरीके For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417