Book Title: Panchsaptati Shatsthan Chatushpadi
Author(s): Rajendrasuri, Yatindravijay
Publisher: Ratanchand Hajarimal Kasturchandji Porwad Jain

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Page 15
________________ ( १० ) ५८ जिनेश्वरोना अपत्योनी संख्या १०० २६ ५९ नवलोकान्तिक देवाऽऽगमन १०१ २७ ६० जिनेश्वरोनो सांवत्सरिक दान १०१ २७ ६१ जिनेश्वरोनी दीक्षा-मास तिथिओ १०१ २७ ६२-६३ जिनेश्वरोनी दीक्षाना नक्षत्र अने राशि १०२ २८ ६४-६५ जिनेश्वरोनी दीक्षावय अने तप १०२ ६६ जीनेश्वरोनी दीक्षा-शिविका ६७ जिनेश्वरोनो दीक्षा-परिवार १०३ २९ ६८ जीनेश्वरोनी दीक्षा नगरी ६९-७३ दीक्षानो समय, ज्ञान, वृक्ष, वन अने लोंच १०३ २९ ७४-७५ देवदूष्यवस्त्र अने तेनी स्थिति १०४ ३० ७६-७७ पारणाद्रव्य अने पारणासमय १०४ ३० ७८ जिनेश्वरोना पारणा नगर १०४ ३१ ७९ जिनेश्वरोना प्रथम भिक्षादायक १०५ ३१ ८० जिनेश्वरोने भिक्षा देनाराओनी गति १०५ ३१ ८१-८२ वसुधारावृष्टि अने पंच दिव्योद्भव १०६ ३२ ८३ जिनेश्वरोनो उत्कृष्टतप १०६ ३२ ८४ जिनेश्वरोना अभिग्रह ८५ जिनेश्वरोनी विहारभूमि १०७ ३२ ८६ जिनेश्वरोनो छद्मस्थकालमान १०७ ३३

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