Book Title: Panchashak Prakaranam
Author(s): Dharmratnavijay
Publisher: Manav Kalyan Sansthan

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Page 5
________________ .................217 त्रयोदशं पिण्डविधान-पञ्चाशकम् // 167 चतुर्दशं शीलाङ्गविधि-पञ्चाशकम् // ... 179 पञ्चदशं आलोचनाविधि-पञ्चाशकम् // ..... .191 षोडशं प्रायश्चित्तविधि-पञ्चाशकम् // .......... 204 सप्तदशं स्थिताऽस्थितकल्पं-पञ्चाशकम् // ............ अष्टादशं भिक्षुप्रतिमा-पञ्चाशकम् // ................ ........230 एकोनविंशतितमं तपोविधि-पञ्चाशकम् // 19 // ............................. 11. परिशिष्टानि 1. परिशिष्टम्-१ : 20. उपधानप्रतिष्ठा-पञ्चाशकम् 260 2. परिशिष्टम्-२ : पञ्चाशकमूलगाथानामकाराद्यनुक्रमः / 265 3. परिशिष्टम्-३ : पञ्चाशकवृत्तिगतपद्योद्धरणानामकाराद्यनुक्रमः / 282 4. परिशिष्टम्-४ : पञ्चाशकवृत्तिगतगद्योद्धरणानामकाराद्यनुक्रमः / 283 5. परिशिष्टम्-५ : "अन्ये तु" इत्यादिना श्रीअभयदेवीयवृत्तावुट्टङ्किता प्रस्तुतवृत्तिमताः / 6. परिशिष्टम्-६ : अभयदेवीयवृत्त्योद्धृत्ता दृष्टान्ताः / 285 7. परिशिष्टम्-७ : पञ्चाशकवृत्तिगतः केचित्पदानां भावानुवादः / 295 284

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