Book Title: Pallival Jain Jati ka Itihas
Author(s): Anilkumar Jain
Publisher: Pallival Itihas Prakashan Samiti

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Page 159
________________ विशिष्ठ व्यक्तियों का सक्षिप्त परिचय '129 के पास ग्राम मिढाकुर मे दिनाक 13 सितम्बर सन् 1905 ई० को हुआ था। आपके पिता का नाम श्री नारायणदास तथा माता का नाम श्रीमती चमेली बाई है। मिढाकुर से प्राकर आप धलिया गज, आगरा मे बस गये । आपने मिडिल तक की शिक्षा प्राप्त की। यद्यपि पाप मुनीमगीरी तथा दलाली करते थे तथापि सामाजिक कार्यों में आप विशेष रुचि लेते थे । आप आगरा की विभिन्न धार्मिक एव शैक्षणिक संस्थानो के पदाधिकारी रहे । आपकी हार्दिक इच्छा थी कि पल्लीवाल जाति का निष्पक्ष इतिहास सबो के सम्मुख पाये । आपने इतिहास लिखवाने के लिए कई उद्यम किये। आपकी सत्प्रेरणा से ही प्रस्तुत इतिहास भी लिखा जा मका है। सन् 1982 मे आपका आगरा मे निधन हो गया। (5-25) प्रायिका शान्तिमती जी आप मुनि श्री शान्तिसागर जी महाराज (अलावडे वालो) के गृहस्थावस्था की बहिन है। आपका जन्म वि० सवत् 1968 मे अलवर जिले के अलावडा नामक ग्राम मे हुआ था। आपके पिता का नाम श्री छोटेलाल जी तथा माता का नाम श्रीमती चन्दन बाई था। 40 वर्ष की आयु में आपने आचार्य श्री विमल सागर जी महाराज भिण्ड वालो) से आर्यिका दीक्षा ग्रहण कर ली। कुछ वर्ष पूर्व आपका स्वर्गवास हो गया। (5-26) मा० रामसिंह जी आप मेरे पूज्य पिताजी हैं । आपका जन्म 1 अगस्त सन् 1915 को प्रागरा जिले की किरावली तहसील के मगूरा नामक ग्राम मे हुआ था। आपके पिता श्री चन्द्रभान जैन ण्टवारी थे तथा आपके बाबा (पितामह) श्री नन्दकिशोर जी एक बडे जमीदार थे। बच. पन मे ही माता की मुत्यु हो जाने के कारण आप अपने पितामह

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