Book Title: Niryukti Panchak Part 3
Author(s): Bhadrabahuswami, Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 828
________________ परिशिष्ट-१३ वर्गीकृत विशेष नामानुक्रम अध्ययन अप्पमादसुय (उत्त. का उन्नीसवां अध्ययन) उनि-५०४ आघ (सूत्रकृतांग का दसवां अध्ययन) सूनि.१०३ धम्मपण्णत्ति (दशवै. का चौथा अध्ययन) दशनि.१५ पमायप्पमाय (उत्त. का चौथा अध्ययन) उनि.१७५ वीयरागसुय (उत्त. का उनतीसवां अध्ययन) उनि.४९८ अवयव पिट्ठी (पीठ) उनि.१८२/१ अंगुलि (अंगुलि) उनि. १८२/२ फिग्ग (नितम्ब) सूनि.७७ अंजलि (अंजलि) दशनि.२८८ फिप्फिस (उदरवर्ती आंत विशेष) अंतगय (आंत) सूनि.७१ फुप्फुस (फेंफड़ा) सूनि.७१ अच्छि (आंख) उनि.१८२/२ बाहा (बाहु) सूनि.१६२, उदर (पेट) उनि.१८२/१ बाहु (बाहु) सूनि.७३ उर (हृदय) उनि.१८२/१ मंसु (दाढ़ी) उनि.१८२/२ उरुय (जंघा) उनि.१८२/१ सिर (शिर) सूनि.७३ ऊरु (जंघा) सूनि.७३ सीस (शिर) उनि.१८२/१ ओ? (होठ) उनि.१८२/२, सनि.७७ हत्थ (हाथ) आनि.१८२/२ कण्ण (कान) उनि.१८२/२ हियय (हृदय) सूनि.७१ कर (हाथ) सूनि.७३ आचार्य कालेज (कलेजा) सूनि.७१ आसाढ (आषाढ) उनि.१२३, १६८, १७२/४ केस (केश) उनि.१८२/२ उदहि (उदधि) आनि.२८४ खंध (कंधा) उनि.१८३ कण्ह (कृष्ण) उनि.१७२/१३ चरण (पैर) सूनि.७३, ७७ कालखमण (कालकाचार्य) उनि.१२० जंघा (जंघा) उनि.१६२ केसि (केशी) उनि.४४७, ४४८ जीहा (जीभ) दनि.११२ गोविंदवायग (गोविंदवाचक) दशनि.७८ थण (स्तन) सूनि.७७ जंबु (जंबू) सूनि.८५ दसण (दांत) सूनि.७७ जसभद्द (यशोभद्र) दशनि.३४९ नयण (नयन) दशनि.२७ तोसलि (तोसलि) आनि.२८५ नह (नख) उनि.१८२/२ तोसलिपुत्त (तोसलिपुत्र) उनि.९७ नास (नाक) उनि.१८२/२ थूलभद्द (स्थूलिभद्र) उनि.१०१, १०५, पाद (पैर) उनि.१८२/२ १०६, १२२. पास (पार्श्व) सूनि ७६ धम्मघोस (धर्मघोष) उनि.९४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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