Book Title: Niryukti Panchak Part 3
Author(s): Bhadrabahuswami, Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati
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७०२
नियुक्तिपंचक
महिसी (भैंस)
आनि.२८५ महुगरि (भ्रमरी)
दशनि.९६ महुयर (भ्रमर)
दशनि.९५ मिंढ (मेंढा)
दनि.१०३ मिग (मृग)
आनि.९५ मिय (मृग)
उनि.३८९ मेस (मेंढा)
दशनि.३४ वग्घ (व्याघ्र)
उनि.१०३ वसभ (बैल)
उनि. २५८ वसह (बैल)
उनि.२५९ वायस (कौआ)
उनि.१३५ विच्छुग (बिच्छु)
उनि.४८७ संख (शंख)
उनि.१८६/७ सप्प (सर्प)
दशनि.३४ सीह (सिंह)
दशनि.८९/३ सूयर (सूकर)
उनि.१०० हत्थि (हाथी)
दशनि.६० हत्थिणी (हथिनी)
दनि.१११ हय (घोड़ा)
उनि.३८९
तीर्थ पुक्खर (पुष्कर) उनि.९६, दनि.९७
तीर्थंकर अरिट्ठनेमि (अरिष्टनेमि) उनि.४४१, ४४२ । उसभ (ऋषभ) उनि.२८१, आनि.१९, सूनि.४१ नमि (नमि)
उनि.२६४, २६५ पास (पार्श्व)
आनि.३५४
सूनि.२०६ भरहपिउ (ऋषभ)
उनि.२८१ महावीर (महावीर)
उनि.२७९ मुणिसुव्वय (मुनिसुव्रत) उनि.११३ वद्धमाण (वर्धमान)आनि.२९६, ५१९ दनि.११५ वीर (महावीर)
उनि.२७७, २७८,
सूनि.२५, ८३, २०० वीरवर (महावीर) उनि.४२५, आनि.३०४
तैल सहस्सपाग (सहस्रपाक)
दनि.१०९
दर्शन एवं दार्शनिक अकारगवाद (अकारकवाद) सूनि.२९ अकिरियवादी (अक्रियावादी) सूनि.११८ अण्णाणिय (अज्ञानवाद) सूनि.३०, ११८, ११९ अफलवाद (अफलवाद)
सूनि.२९ आतच्छ? (आत्मषष्ठ)
सूनि.२९ एकप्पय (एकात्मवाद)
सूनि.२९ कडवाद (कृतवाद)
सूनि.३१ किरियवादी (क्रियावादी) सूनि.११८, १२१ तज्जीवतस्सरीर (तज्जीवतत्शरीरवाद) सूनि.२९ नाणवादी (ज्ञानवादी)
सूनि.३० नियतीवाय (नियतिवाद)
सूनि.३० महपंचभूत (पंचमहाभूत) सूनि.२९ वेणइयवादी (वैनयिकवादी) सूनि.११८
दिव्य शस्त्र अग्गेय (आग्नेय)
सूनि.९८ पत्थिव (पार्थिव)
सूनि.९८ वाउ (वायव्य)
सूनि.९८ वारुण (वारुण)
सूनि.९८ दिशा अग्गेयी (आग्नेयी)
आनि.४३ अभिधम्मा (अभिधर्मा)
आनि.५७ अवरउत्तर (पश्चिमउत्तर)
आनि.५६ अवरदिसा (पश्चिमदिशा) आनि.४७, ५६ अहोदिसा (अधोदिशा)
आनि.५८ इंदा (ऐंद्री, पूर्व) ।
आनि.४३ उड्ढदिसा (उर्ध्वदिशा) आनि.५४, ५९ उत्तरदिसा (उत्तरदिशा)
आनि.४८, ५६ उवरिमदिसा (उर्ध्वदिशा) आनि.५८ ईसाणा (ईशानी)
आनि.४३ कविला (कपिला)
आनि.५७ खेलेज्जा (खेलेज्जा)
आनि.५७ जम्मा (याम्या, दक्षिण)
आनि.४३ तमा (अधोदिशा)
आनि.४३ दक्खिणा (दक्षिणदिशा)
आनि.५६
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