Book Title: Niryukti Panchak Part 3
Author(s): Bhadrabahuswami, Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati
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परिशिष्ट १३ : वर्गीकृत विशेष नामानुक्रम
७११
सीही (सिंही, वराही विद्या
कप्पणी (करवत)
आनि.१४९ की प्रतिपक्षी) उनि. १७२/९ करकय (करवत)
सूनि.८१ विशिष्ट मुनि कुद्दाल (कुदाल)
आनि.९५ अहालंद (यथालंदक) दनि.६२ कुहाडि (कुठारी)
आनि.१४९ आयारधर (आचारधर)
आनि.१० कोंत (भाला)
सूनि.७२ सव्वक्खरसन्निवाइ (सर्वाक्षरसन्निपाती)उनि ३१० चक्क (चक्र)
उनि.१६१ तिसूल (त्रिशूल)
सूनि.७२ वृक्ष अहिमार (अभिमार)
तोमर (भाला)
सूनि.७२ उनि.१५२ आनि.२४० दत्तिय (दांती)
आनि.१४९ एरंड (एरण्ड) चूतरुक्ख (आम्रवृक्ष)
उनि.३७० उनि.२६८
परसु (परशु)
मंडलग्ग (मण्डलाग्र)
उनि.३४८ चूयपादव (आम्रवृक्ष)
सूनि.५१ मुग्गर (मुद्गर) आनि.१३३
उनि.८८ ताल (ताड़)
वासि (वसौला) नालिएर (नारियल) आनि.१३३
आनि.१४९
सत्ति (शक्ति, सांग) भद्ददारु (देवदारु) उनि.१४७
सूनि.७२ दशनि.१३३
सूइय (सूई) वंजुल (वञ्जुल)
सूनि.७२ उनि.३३७ सूल (शूल)
सूनि.७२ वडपायव (वटवृक्ष) सरल (चीड़)
आनि.१३३
श्रमणोपासक सिंबलि (सिम्बलि)
सूनि.८१
खंडरक्खा (खंडरक्षा) उनि.१७२/५ व्यक्ति गंधार (गान्धार)
उनि.९५ ढंक (ढंक)
उनि.१७२/२ अज्जुणय (अर्जुनमाली)
उनि.१११ मित्तसिरी (मित्रश्री)
उनि.१७२/३ उक्कल (उत्कल) आनि.३२३
उनि.११८ कंचुग (कंचुक)
उनि.३५२
सुनन्द (सुनन्द) कलिंग (कलिंग) आनि.३२३
श्रेष्ठी गोतम (गौतम नैमित्तिक) आनि.३२३ कुरुदत्त (कुरुदत्त)
उनि.१०८ दुरूतग (दुरूतग ग्रामीण) दनि.९४ तावस (तापस)
उनि.१०० देवदत्त (देवदत्त) दशनि.६० दारुय (दारुक)
उनि.३३३, ३५१ नलदाम (जुलाहा) दशनि.७७ धण (धन)
उनि.२४६, दनि.१०८ परासर (पाराशर कृषक) उनि.११५ धणगिरि (धनगिरि)
उनि.२८८ बलभद्द (बलभद्र चोर) उनि.२५१ धणदेव (धनदेव)
उनि.३३३ मरुय (मरुक किसान) दनि.१०४, १०५ पज्जुण्ण (प्रद्युम्न)
उनि.३५२ शस्त्र वसुमित्त (वसुमित्र)
उनि.३३३ असि (तलवार)
सूनि.७२ सागरदत्त (सागरदत्त)
उनि.३३३ असिय (तलवार) दनि.१०० सालिभद्द (शालिभद्र)
उनि.२४६ असियग (तलवार) आनि.१४९ सिंधुदत्त (सिन्धुदत्त)
उनि.३३४ आलित्त (आलित्रक) आनि.९५ सिंधुसेण (सिंधुसेन)
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