Book Title: Navtattva Prakaranam Sumangalatikaya Samalankrutam Author(s): Dharmvijay Publisher: Muktikamal Jain Mohanmala View full book textPage 5
________________ Z E < 卐 > आयरियनमुक्कारेण विजामंता य सिजंति ॥ जन्म-सिद्धक्षेत्र. दीक्षा-म्हेसाणा. _सं. १९३५ । __सं. १९५७ । | स्फूर्जप्रौढगुणप्रसूनसुरभिप्रावासिताऽर्हद्वनो-- यः सिद्धान्तविचारचारुचरितो व्याख्यानवित्कोविदः । श्रद्धाज्ञानविवेकशीलविलसत्सद्रत्नपाथोनिधि स्तं श्रीमोहनसरिराजमनघं वन्दे त्रिधा भक्तितः ।। -卐 03卐ह卐न卐z))) >卐 - im पंन्यासपद-राजनगर, सं. १९७३। आचार्यपद-राजनगर, सं. १९८० । <卐 卐 ) Sa + - - + 3Page Navigation
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