Book Title: Navtattva Prakaranam Sumangalatikaya Samalankrutam
Author(s): Dharmvijay
Publisher: Muktikamal Jain Mohanmala

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Page 4
________________ ZEE ॥ णमो उवज्झायाणं ॥ जन्म आदरी [ वेरावल ] संवत १९५७. दीक्षा म्हेसाणा. संवत १९६३, FSA-E>< 卐0卐卐卐卐zy卐卐-卐र वैधाग्यं विमलं शमोऽतिविशदः शास्त्रज्ञता चाऽद्भुता, सिद्धान्तैकरुचिमनोहरतरा भव्योपकारः परः । संवि कशिरोमणिर्बुधवरस्संसेव्यमानक्रमोधीमान पाठकसत्प्रतापविजयो जीयान मदीयो गुरुः ।। पंन्यासपद-सुरत.. संवत-१९७९, . उपाध्यायपद-वडोदरा. संवत १०.८...

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