Book Title: Merutrayodashi Katha Author(s): Labdhivijay Publisher: Jain Atmanand Sabha View full book textPage 1
________________ Scanned by CamScanner OddddddddddddddddddddddddddddddONS । न्यायांभोनिधिमीयविजयानंदमूरिपादपद्मेभ्यो नमः । जैनरत्न-व्याख्यानवाचस्पति-श्रीमल्लब्धिविजयविरचिता मेस्त्रयोदशीकथा. इंडरनगर-वास्तव्य श्रेष्ठिवर्य-माग्वाटज्ञातीय-संघवी-मणिलाल वीरचंद्र-द्रव्यसाहाय्येन । आ. Oppppppppppppa प्रकाशयित्री-श्रीजैनआत्मानंदसभा-भावनगर. - - - इदं पुस्तक गांधी-वल्लभदास-त्रिभुवनदास सेक्रेटरी आत्मानंद सभा भावनगर-इत्यनेन प्रकाशितम् । वीरसंवत् २४२.. आत्म संवत् २०. विक्रम संवत् १९७२. 3. आनंद मुद्रालयाधिपतिना शाह लल्लूभावात्मजेन गुलाबचंद्रेण मुद्रितम्, TohammmmmmtecterammammnareneelaerawaimaintereAGHIMIMomrateereelammamte DINAYAPAKAMANA AULIPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 ... 20