Book Title: Mantra Yantra aur Tantra
Author(s): Prarthanasagar
Publisher: Prarthanasagar Foundation

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Page 4
________________ मंत्र यंत्र और तंत्र मुनि प्रार्थना सागर ) मुनि श्री प्रार्थना सागरजी महाराज का पठनीय साहित्य १. दु:खी क्यों? 20/- २. नग्न क्यों ? 20/३. गुरु से शुरु 20/- ४. दूध का कर्ज 20/५. मत करो विश्वास 20/- ६. कैसे मिलता सुख ? 20/कैसा होता सत्संग ? 20/ देखो अपनी आदत 20/९. आखिर क्या है धर्म ? 20/- १०. स्वयं को बदलो दूसरों को नहीं? 20/ ११. साँझ का भूला.... 20/- १२. आखिर ऐसा क्यों होता है? 20/१३. अब क्या होगा? 20/- १४. कलह क्यों एवं सुलह कैसे? 20/१५. इतनी जल्दी क्यों? 20/- १६. इन्तजार किसका? 20/१७. बस प्रेम करो क्योंकि.... 20/- १८. मत मानो भगवान को 20/१९. संस्कारों के चमत्कार 20/- २०. नारी क्या है? 20/ जैन धर्म की मुख्य पुस्तकें १-आओ! करें प्रार्थना 50/- २- आओ करें अर्चना 25/३-ऐसे होता बोध 50/ अति विशेष साहित्य १- मंत्र, यंत्र और तंत्र 5००/- २- वास्तुदोष एवं निवारण २००/३- ज्योतिष विद्या २००/- ४- अंग लक्षण से जानें, ५०/५- हस्तरेखा से जानें अपना भविष्य १५०/- ६- ध्यान कैसे करें? १००/७- जीवन उपयोगी सूत्र २००/- ८- टेंशनमुक्ति का उपाय ९- उन्नति के सूत्र २००/ (हास्य व्यंग्य) २००/१०- कदम कदम पर मंजिल भाग-१ २००/भाग-२ २००/भाग-३ २००/भाग-४ २००/भाग-५ २००/भाग-६ २००/नोट : मुनि श्री प्रार्थना सागर जी के सभी साहित्य एवं प्रवचन की सी.डी. व ऑडियो कैसेट मँगवाने के लिये डी.डी. या एम.ओ. भेजें अथवा सम्पर्क करें। तीन से अधिक पुस्तकें मँगवाने पर डाक व्यय फ्री। पता : श्री जितेन्द्र कुमार जी, अजित कुमार जी जैन सरस्वती शिशु मन्दिर के बाजू में, पोस्ट गढ़ाकोटा, जिला-सागर (म.प्र.)-४७०२२९ मोबाइल : 0९८२७५-०५६३७ विशेष : आप अपनी प्रतिक्रिया भी इसी पते पर भेजें अथवा पुस्तक प्राप्ति स्थान नम्बर दो सम्पादक के नाम पर भेजें तो और उत्तम है। = 4

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