Book Title: Mantra Adhikar Author(s): Prarthanasagar Publisher: Prarthanasagar Foundation View full book textPage 5
________________ मंत्र अधिकार मंत्र यंत्र और तंत्र मुनि प्रार्थना सागर मंत्र प्रकरण (1) सर्व कार्य सिद्धि मन्त्र (1) सर्व कार्य सिद्धि मन्त्र- ॐ हीं अहँ अ सि आ उ सा नमः॥ विधि- प्रतिदिन प्रात:काल १०८ बार जाप करें। (2) सर्व कार्य सिद्धि मन्त्र- ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ब्लूं अहँ नमः। विधि- २५ हजार बार जाप कर मंत्र सिद्धि करें, फिर प्रतिदिन तीन माला जपें। (3) कार्य सिद्धिदायक- ॐ ऐं हीं श्रीं क्लीं क्लौं ब्लूं अहँ नमः ॥ विधि- प्रतिदिन प्रात:काल १०८ बार जाप करें।। (4) सर्व कार्य सिद्धि मन्त्र- ॐ हीं श्रीं कलि कुण्ड स्वामिने नमः विधि-२१ दिन में सवा लाख जाप करें।। (5) सर्व कार्य सिद्धि मन्त्र- ॐ हीं श्रीं क्लीं ऐं श्री पद्मावती देव्यैनमः॥ विधि- इस मंत्र को २१ हजार जाप से सिद्ध करें। (6) सर्वकार्य सिद्ध मंत्र- (अ) -ॐ ह्रीं अहँणमो सव्वो सहिपत्ताणं । (ब)- ॐ ह्रीं अहँणमो विप्पोसहिपत्ताणं। विधि- दोनों में से एक ऋद्धि अवश्य जपें सर्व कार्य सिद्ध होय। इनके लिये ८००० जाप करने से फौरन काम होता है। खासकर कैद वगैरह के मामले में आजमाया हुआ है। (7) सर्व मनोरथ सिद्ध मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं अ सि आ उ सा चुलु चुलु हुलु हुलु मुलु मुलु कुलु कुलु इच्छियं मे कुरु कुरु स्वाहा। विधि- ४२ दिन तक प्रतिदिन १०८ बार जप से सब मनोरथ सिद्ध होते हैं। (8) सर्वकार्य सिद्धि- ॐ महादंडेन भारय भारय स्फोटय स्फोटय आवेशय आवेशय शीघ्र भजं शीघ्र भजं चूरि चूरि स्फोटि स्फोटि इंद्र ज्वरं एकाहिकं द्वयाहिकं त्रयाहिकं चतुर्दिकं वेलाज्वरं सम ज्वरं दुष्ट ज्वरं विनाशय विनाशय सर्व दुष्टनाशम् सर्व दुष्टनाशम् ॐ (७ बार) र (७ बार) हो स्वाहा स्वाहा यः यः यः। - 97 =Page Navigation
1 ... 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 ... 165