Book Title: Mahabal Malayasundari Diwakar Chitrakatha 059
Author(s): Sanmatimuni, Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 17
________________ ज्योतिषी बने महाबल ने पतरा निकाला और देखकर कहा erst YoTo 'ठीक है कुमार ! मैं तुम्हारी आवाज पहचानकर ही पेटी खोलूँगी। अरे ! वह देखो पेटी। ज्योतिषी ने जैसा बताया था वही हुआ। अवश्य ही इसमें राजकुमारी होंगी। महाबल मलया सुन्दरी Jain Education International DOC फिर महाबल कुमार एक पेटी का बन्दोबस्त कर मन्दिर में आ पहुँचा और मलया को पेटी में समझाई NOOG मलया ! तुम इस पेटी में लेट जाओ। जब मैं तीन बार पेटी खटखटाऊँ तब ही अन्दर से कुण्डी खोलकर बाहर आ जाना। महाराज ! चिंता न करें। राजकुमारी जीवित है और तीसरे दिन ही नगरद्वार के बाहर एक पेटी में सोती हुई मिलेगी। आप तैयारी कीजिए। चलो पेटी उठाकर स्वयंवर मण्डप में ले चलें। परन्तु ध्यान रखें कि पेंटी को आप नहीं खोलेगें। जो राजकुमार पेटी खोल 5 लेगा। वही राजकुमारी को वरण करेगा। 15 For Private & Personal Use Only सुलाकर रात्रि में महाबल ने चुपचाप पेटी नगर के द्वार पर रख दी। प्रातः राजा ने सिपाहियों को भेजा तो उन्हें पेटी दिखाई दी। ollo ONE CASE योजना Sr. 40000 +4 www.jainelibrary.org

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