Book Title: Mahabal Malayasundari Diwakar Chitrakatha 059
Author(s): Sanmatimuni, Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 18
________________ •महाबल मलया सुन्दरी स्वयंवर मण्डप के बीच में राजा वीरधवल ने राजकुमारों से निवेदन किया इस पेटी में कन्या वरमाला लिये स्थित है। जो इस पेटी को खोल लेगा। राजकुमारी उसी का वरण कर लेगी। अरे पेटी खुलक्यों नहीं रही। | एक-एक कर सभी राजकुमारों ने पेटी खोलने का प्रयास किया, परन्तु पेटी नहीं खुली। सब निराश होकर कहने लगे Jurr तभी एक जोगी के वेष में महाबल ने प्रवेश किया। इतने वीर क्षत्रिय भी नहीं खोल सके तो महाराज ! आज्ञा हो तो मैं भी प्रयत्न करूँ। Jain Education International साधु बाबा तुम कैसे पेटी खोल लोगे 2 QUEEN वाह ! यह तो विचित्र स्वयंवर है। 16 For Private & Personal Use Only जोगी पेटी के पास आया और विशेष तरीके से पेटी खटखटाई ऐ पेटी खुल जा ! खुल जा ! सबसे पहले मैं प्रयास करता हूँ। महाराज ने कैसी अजब शर्त रखी है... ? पेटी तो किसी से भी नहीं खुली। अरे, यह तो महाबली आवाज है। o www.jainelibrary.org

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