Book Title: Kshir Tarangini
Author(s): Yudhishthir Mimansak
Publisher: Ramlal Kapur Trust

Previous | Next

Page 401
________________ ३४४ धातुः गणः सूत्रसं० धातुः गणः सूत्रसं० धातुः गणः सूत्रसं० क्षीव क्लीबृ १ २६७ क्लेश १ ४०० क्षु १ ३०२ १ ५८२ ५१७ ५१७ क्वण क्वथे क्षज क्षजि क्षजि क्षि क्षि क्षि १ क्षि क्षिप क्षिप क्षिरि क्षि क्षिष् क्षीज क्षीबृ १ १० क्षण ८ क्षप १० क्षपि १ ५५२ क्ष्णु क्षपि १० ७२ क्ष्मायी क्ष्मील क्षमू ४ ह क्षमुष् क्षमूष् ४ ६६ क्ष्विदा १ २६६ विडा क्षर विदा १ ५८७ क्षल १ ५८८ विदा क्षल १० ५२ क्ष्वेलू क्षीरतरङ्गियों क्षुदिर् ७३ | क्षुभ ३ क्षुर १ १४६ १६७७ क्षुध क्षुभ क्षुभ ३२५ क्ष ५ ३३ ६ १०८ ४ १३ खक्ख खच खच खच खज खजि ५ ३३ १ ३७७ खट Ĉ ३७ | खट्ट १ १५० खड १ २६८ | खडि १ २ ७ ૪ १ ४ ह १ १ १ १ १ ५.२ ५२ खर्व १ ६५१ खल २६ खव ४ ख १ ε १० ३७७ खडि २८ |खद ६ खनु ८१ खर्ख १ ३६० खुजु खुडि ८८ खुडि १ १ १ ४६६ | खर्ज १३० खर्द खर्ब १० १० ३२५ खष ३४५ | खादृ ४९३ | खिट ४६३, खिद ७०५ खिद १३४ | खिद १०३ खुर ६२ खुर्द ३२५ | खेट १४५ | खेलृ १४६ | खेवृं २०८ ख ८२ | खोट ३६ खोड १ १८७ खोडू १० ३६ १ ४१ ६१७ ८८ १ '१ १ १४१ १ ५० १ २८६ १ ३८४ ३६३ ६२ ४५८ ४० १ १ १ २०३ ६१ ६ १४१ ७ १ .8 १६. १ १२१ १ १८८ १० ४२ ६ ५२ १ २० १० २६० १ ३६० १ ३३५ १ ६५० १० २६१ १० २६१ १ ३६८

Loading...

Page Navigation
1 ... 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444