Book Title: Kshir Tarangini
Author(s): Yudhishthir Mimansak
Publisher: Ramlal Kapur Trust

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Page 435
________________ १२. ऋग्वेदानुक्रमणी-वेङ्कट माधवकृत। इस ग्रन्थ में स्वर छन्द आदि आठ वैदिक विषयों पर गम्भीर विचार किया है । व्याख्याकार-श्री डा० विजयपाल जी विद्यावारिधि । उत्तम संस्करण ३०-०० ; साधारण २०-०० १३. वैदिक-साहित्य-सौदामिनी--स्व० श्री पं० वागीश्वर वेदालंकार । काव्यप्रकाश साहित्यदर्पण आदि के समान वैदिक साहित्य पर शास्त्रीय विवेचनात्मक ग्रन्थ । बढ़िया जिल्द ५०-००, साधारण जिल्द ४५-०० १४. ऋग्वेद की ऋक्संख्या-युधिष्ठिर मीमांसक मूल्य २-०० ... १५. वेदसंज्ञा-मीमांसा-युधिष्ठिर मीमांसक १-०० १६, वैदिक-छन्दोमीमांसा-पं० यु० मी०। नया संस्करण २०-०० १७. वैदिक-स्वर-मीमांसा-युधिष्ठिर मीमांसक (नया सं०) २५-०० . १८. वैदिक वाङ्मय में प्रयुक्त विविध स्वराङ्कन-प्रकार-यु० मी० मूल्य ६-०० : १६. वेदों का महत्त्व तथा उनके प्रचार के उपाय; वेदार्थ की विविध प्रक्रियाओं की ऐतिहासिक मीमांसा (संस्कृत-हिन्दी)-यु० मी० । ५-०० २०. देवापि और शन्तनु के पाख्यान का वास्तविक स्वरूप -लेखक - श्री पं० ब्रह्मदत्त जी जिज्ञासु । . मूल्य २-०० २१. वेद और निरुक्त-श्री पं० ब्रह्मदत्त जिज्ञासु। . २-०० २२. निरुक्तकार और वेद में इतिहास-,,. २-०० २३. त्वाष्ट्री सरण्य की वैदिक कथा का वास्तविक स्वरूप-लेखक - श्री पं० धर्मदेव जी निरुक्ताचार्य। ___ मूल्य २-०० ... २४. वैदिक-जीवन-श्री प्रो० विश्वनाथ जो विद्या-मार्तड द्वारा अथर्ववेद के आधार पर वैदिक-जीवन के सम्बन्ध में लिखा गया अत्यन्त उपयोगी स्वाध्याय-योग्य ग्रन्थ । विना जिल्द १२-००, सजिल्द १६-०० . ___२५. शिवशङ्करीय-लघुग्रन्थ पञ्चक-इसमें श्री पं० शिवशङ्कर जी काव्यतीर्थ लिखित वेदविषयक चतुर्दश-भुवन, वसिष्ठ-नन्दिनी, वैदिक विज्ञान, वैदिक-सिद्धान्त और ईश्वरीय पुस्तक कौन ? नाम के पांच विशिष्ट निबन्ध हैं। मूल्य ६-०० २६. यजुर्वेद का स्वाध्याय तथा पशुयज्ञ समीक्षा--लेखक पं० विश्वनाथ जी वे टोपाध्याय । बढ़िया जिल्द २०-००, साधारण १६-०० । २७. शतपथ ब्राह्मणस्थ अग्निचयन समीक्षा- लेखक-पं० विश्वनाथ जी वेदोपाध्याय। ४०-००

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