Book Title: Kshir Tarangini
Author(s): Yudhishthir Mimansak
Publisher: Ramlal Kapur Trust

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Page 437
________________ (४) ४१. वैदिक-नित्यकर्म-विधि - सन्ध्यादि पांचों महायज्ञ तथा बृहद् हवन के मन्त्रों की पदार्थ तथा भावार्थ व्याख्या सहित । यु० मी० मूल्य ३-५० सजिल्द ५-०० ४२. वैदिक - नित्यकर्म - विधि - ( मूलमात्र ) सन्ध्या तथा स्वस्तिवाचनादि बृहद् हवन के मन्त्रों सहित । मूल्य १-०० ५-०० ४३. पञ्चमहायज्ञ - प्रदीप - श्री पं० मदन मोहन विद्यासागर ४४. हवनमन्त्र - स्वस्तिवाचनादि सहित | ४५. सन्ध्योपासनविधि - भाषार्थ सहित | ४६. सन्ध्योपासन - विधि - भाषार्थ तथा दैनिक यज्ञ सहित । शिक्षा-निरुक्त-व्याकरण - ज्योतिष विषयक ग्रन्थ ०-५० अप्राय अप्राप्य ०-६० ४७. वर्णोच्चारण- शिक्षा- ऋषि दयानन्द कृतं हिन्दी व्याख्या ४८. शिक्षा सूत्राणि - प्रापिशल - पाणिनीय - चान्द्रशिक्षा - सूत्र । मूल्य ६-०० ४६. शिक्षाशास्त्रम् - (संस्कृत) जगदीशाचार्य । १०-०० ५०. अरबी - शिक्षाशास्त्रम् - (संस्कृत) जगदीशाचार्य । १०-०० ५१. शिक्षा महाभाष्यम् – (संस्कृत) जगदीशाचार्य विरचित । मूल्य १२-०० सजिल्द १५-०० । -"1 1 १५-००; सजिल्द २०-०० " ५२. वृद्धशिक्षा शास्त्रम्५३. निरुक्त - भाष्य - - श्री पं० भगवद्दत्त कृत नैरुक्त = आधिदैविक प्रक्रि यानुसारी तथा पाश्चात्त्यमत खण्डन सहित । अप्राप्य ५४. निरुक्त - श्लोकवात्तिकम् - केरलदेशीय नीलकण्ठ गार्ग्य विरचित । एक मात्र मलयालम लिपि में ताडपत्र पर लिखित दुर्लभ प्रति के प्राधार पर मुद्रित । प्रारम्भ में उपोद्घात रूप में निरुक्त-शास्त्र विषयक संक्षिप्त ऐतिह्य दिया गया है (संस्कृत) । सम्पादक - डा० विजयपाल विद्यावारिधि उत्तम कागज, शुद्ध छपाई तथा सुन्दर जिल्द सहित । मूल्य १००-०० ५५. निरुक्त- समुच्चय - प्राचार्य वररुचि विरचित (संस्कृत) । सं० - युधिष्ठिर मीमांसक | मूल्य १५-०० ३-५० ५६. अष्टाध्यायी -- (मूल) शुद्ध संस्करण । ५७. श्रष्टाध्यायी - परिशिष्ट - सूत्रों के पाठ भेद तथा सूत्र सूची । अप्राप्य ५८. श्रष्टाध्यायी भाष्य - ( संस्कृत तथा हिन्दी ) श्री पं० ब्रह्मदत्त जिज्ञासु कृत । प्रथम भाग ४५-००, द्वितीय भाग २५-००, तृतीय भाग ३०-०० "

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