Book Title: Kshir Tarangini
Author(s): Yudhishthir Mimansak
Publisher: Ramlal Kapur Trust

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Page 405
________________ ३४८ क्षीरतरङ्गिण्या धातुः गणः सूत्रसं० धातुः गणः सूत्रसं० धातुः गणः सूत्रसं० जल्प जष जस जसि जसु or जि जिमु or or o vernoorn ७५ r १ २८२ | जुभि १ २७३ | झर्भ ६ २१ १ ४५८ | जृ ६ २३ | झष १ ४५८ १० १६४ | ज १० २०९ | झष १ ६३० १० ११४ | ज १ ५५४ | झूष ४ २० ४ १०५ ४ २० १० ११७ १ ४०९ ८८ २ ७१ १ ४२६ ५७१ १ ३७४ १ ६५१ / १ ७५ १ ६७६ १ ५४८ १० १२१ १ ३१५ | ज्ञा६ ३८ | टीक १० १७८ १ ३८८ ज्ञप १० ७५ १ ५७१ ज्या १ ४०२ १ ३७५ ज्या ६ २६ डपि १० १२० ___६३ १ ६८२ | डबि १० १२१ ज्युति १ २७ / डिप ४ १२४ ज्रि. १ ६७६ | डिप ६ ७६ ६ ८३ ज्रि १० २०६ | डिप १० १२१ ज्वर १ ५२४ डिपि १० १२० १ - २७ ज्वल १ ५४२ | | डिब १२१ १ २७ ज्वल १ . ५५५ | डिभि ६ ३८ १ ५६८ | डीङ १ ६६६ १ ३७८ १० २२३ २०५ ६ १० १ ३१५ / ढोक १ ७५ ४ ४४ १ ४७२ १ ४५४ १ ४७२ | णक्क १० ५० १ ६७६ । झर्भ १ ४७२ | णक्ष १ ४४० or or or " w anm * 22nd or ... nar ज्युङ " 2 १० १२० Mor m डीङ जुन जुर्वी जुष जुषी जरी जूष ज on or or an or

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