Book Title: Kshir Tarangini
Author(s): Yudhishthir Mimansak
Publisher: Ramlal Kapur Trust

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Page 408
________________ वर्णानुक्रम-सूची ३५१ u दु. १ धातुः गणः सूत्रसं० धातुः गणः सूत्रसं० | धातुः गणः सूत्रसं० दन्श १ ७१६ | दिभि १० १२१ | दृभी ६ ३५ दभ १० १२१ | दिवि १ ३८८ | दुभी १० २१४ दभि १० : १ दृशिर्: १ ७१५ दमु ४ १६ दिवु १० १५२ | दुह १ ४८५ दय १ ३२० दिवु १० १७० | दृहि १ ४८५ दरिद्रा २ ७२ दिश ६ दल १ ३६६ | दिह २ ६ २२ दल १ १६६ | दीक्ष. १ दल १ ५५२ दीङ् २ दवि १ . ३८६ | दीधीङ् २ ७७ दशि .१० १२६ दीपी ४ .. ४ दशि ३८ १० १६७ दसि १० १९७ १ ४६० दसि १० १२७ | दुःख १० दसु ४ १०७ देह .. १ ७१८ . २ ४७ दहि १० ११५ | दुल १० दाञ् ३ - दुष ४ ७६ ८६ १ ६६२ | दुह २ ५ दान १ ७२२ ७२२ | दुह ४ दाप २ ५२ । दासृ १ ६२१ | दूङ ४ २२ द्रु दाशं ५ ३३ | दृ ५ ३३ / द्रुण ..६ ४८ दाश ६ ६१ / दङ६ ११४ | द्रुञ् ६ १० दाश . १ ६३२ दन्फ ६ .३१ द्रेक १ ६५ दातृ १० १२५ दृप ४ ८७ दै १ ६४५ दासृ १ ६३२ | दपं १० २१३ द्विष २ ४ दाह १ ४२७ । दुफ ६ ३१ व १ ६६६ .. so i k sks is Epika KEE tro to ka Ek the di ! दूर्वी nar nx r or or orr or or or or x ur १ ४४५ S m or orar hou. AC IN " rm x ur or" sc..

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