Book Title: Kalpsutram
Author(s): Bhadrabahuswami, 
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 114
________________ बारसो कल्प० पियगंथे २ थेरे विजाहरगोवाले कासवगुत्ते णं ३ थेरे इसिदिन्ने ४, थेरे अरिहदत्ते ५।। ॥॥/थेरेहिंतोणं पियगंथेहिंतो एत्थ णं मज्झिमा साहा निग्गया, थेरेहिंतोणं विजाहरगोवाले हिंतो कासवगुत्तेहिंतो एत्थ णं विजाहरी साहा निग्गया॥थेरस्सणं अजइंददिन्नस्स कासवगुत्तस्स अज्जदिन्ने थेरे अंतेवासी गोयमसगुत्ते। थेरस्सणं अजदिन्नस्स गोयमसगुत्तस्स। इमे दो थेरा अंतेवासी अहावच्चा अभिण्णाया हुत्था, तं०-थेरे अजसंतिसेणिए माढरसगुत्ते ।। 14, थेरे अजसीहगिरी जाइस्सरे कोसियगुत्ते २। थेरेहितो णं अजसंतिसेणिएहिंतो। माढरसगुत्तेहिंतो एत्थ णं उच्चानागरी साहा निग्गया । थेरस्स णं अजसंतिसेणियस्स माढरसगुत्तस्स इमे चत्तारि थेरा अंतेवासी अहावच्चा अभिण्णाया हुत्था, तंजहा-8॥५५॥ (ग्रं० १००० ) थेरे अजसेणिए, थेरे अन्जतावसे, थेरे अन्जकुबेरे, थेरे अज्जइसिपा १ इसिदत्ते (क० सु०, क० कि० ) PREPARUSAAMASSACHARIDA

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