Book Title: Kalpsutram
Author(s): Bhadrabahuswami, 
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 116
________________ कल्प० णं अजवइरसेणेहिंतो इत्थणं अजनाइली साहा निग्गया, थेरेहितोणं अजपउमेहिंतो इत्थ है बारसो ॥५६॥णं अज्जपउमा साहा निग्गया, थेरेहितोणं अजरहेहिंतो इत्थ णं अजजयंतीसाहा निग्गया। है। थेरस्सणंअन्जरहस्सवच्छसगुत्तस्स अज्जपूसगिरी थेरे अंतेवासी कोसियगुत्ते।थेरस्सणं अजपूसगिरिस्स कोसियगुत्तस्स अज्जफग्गुमित्ते थेरे अंतेवासी गोयमसगुत्ते । थेरस्सणं अज्जफग्गुमित्तस्स गोयमसगुत्तस्स अजधणगिरी थेरे अंतेवासी वासिद्धसगुत्ते ।थेरस्स णं अजधणगिरिस्स वासिद्धसगुत्तस्स अजसिवभूई थेरे अंतेवासी कुच्छसगुत्ते।थेरस्सणं अजसि वभूइस्स कुच्छसगुत्तस्स अज्जभद्दे थेरे अंतेवासी कासवगुत्ते।थेरस्सणं अज्जभद्दस्स कासवगुत्तिस्स अजनक्खत्ते थेरे अंतेवासी कासवगुत्ते।थेरस्सणं अजनक्खत्तस्स कासवगुत्तस्स अ-21 जरक्खे थेरे अंतेवासीकासवगुत्ते।थेरस्सणं अन्जरक्खस्स कासवगुत्तस्स अन्जनागे थेरे अंते-5 वासी गोअमसगुत्ते। थेरस्स णं अज्जनागस्स गोअमसगुत्तस्स अजजेहिले थेरे अंतेवासी

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