Book Title: Jinabhashita 2001 10 Author(s): Ratanchand Jain Publisher: Sarvoday Jain Vidyapith Agra View full book textPage 2
________________ वर्ष 1 सम्पादक रतनचन्द्र प्रो. जैन कार्यालय 137, आराधना नगर, भोपाल-462003 म.प्र. फोन 0755-776666 सहयोगी सम्पादक पं. मूलचन्द लुहाड़िया पं. रतनलाल बैनाडा डॉ. शीतलचन्द्र जैन डॉ. श्रेयांस कुमार जैन प्रो. वृषभ प्रसाद जैन शिरोमणि संरक्षक श्री रतनलाल कँवरीलाल पाटनी (मे. आर. के. मार्बल्स लि.) किशनगढ़ (राज.) श्री गणेश राणा, जयपुर द्रव्य - औदार्य श्री अशोक पाटनी (मे. आर. के. मार्बल्स लि.) किशनगढ़ (राज.) प्रकाशक सर्वोदय जैन विद्यापीठ 1/205 प्रोफेसर्स कॉलोनी, आगरा-282002 (उ.प्र.) फोन: 0562-351428,352278 सदस्यता शुल्क शिरोमणि संरक्षक 5,00,000 रु. Jain Education International परम संरक्षक संरक्षक आजीवन वार्षिक एक प्रति 10 रु. सदस्यता शुल्क प्रकाशक को भेजें। केवल ड्राफ्ट से 51,000 रु. 5,000 रु. 500 रु. 100 रु. जिनभाषित मासिक लेख : आपके पत्र, धन्यवाद सम्पादकीय विवाह एक धार्मिक अनुष्ठान रक्षाबंधन और पर्युषण दिगम्बरत्व का महत्त्व • शुधा-परीषह कर्मों का प्रेरक स्वरूप • वास्तुदेव वनवासी और चैत्यवासी रजि. नं. UP/HIN/29933/24/1/2001-TC वालवार्ता बोधकथाएँ अन्तस्तत्त्व • जैन संस्कृति एवं साहित्य के विकास में कर्नाटक का योगदान समाचार : For Private & Personal Use Only क्षुल्लक श्री गणेशप्रसाद जी व : डॉ. ज्योति प्रसाद जैन : पं. जगमोहन लाल जी शास्त्री चिंतन की स्वच्छता स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य शंका समाधान व्यंग्य काव्य समीक्षा : संवेदनाएँ और संस्मरण: अमरनाथ शुक्ल 4: प्रजातंत्र से मेरी रिश्तेदारी शिखरचन्द्र जैन देवस्तुति अहो जगत् गुरु : पं. भूधरदास जी कविताएँ / गीत • साँसे संवारती हैं देह का मकान अशोक शर्मा अक्टूबर : प्रो. रतनचंद्र जैन : पं. मिलापचन्द जी कटारिया : पं. नाथूराम जी प्रेमी : प्रो. डॉ. राजाराम जैन तू सूरज परभात का : डॉ. विमला जैन 'विमल' वह लाजवाब है : नरेन्द्र प्रकाश जैन नमोऽस्तु : प्रदर्शनी का गुलाब : प्रो. (डॉ.) सरोज कुमार : पं. श्रीराम शर्मा आचार्य : पं. रतनलाल बैनाड़ा : 2001 अङ्क 5 पृष्ठ 1 2 4 6 8 10 14 16 24 26 18 20 22 29 13 15 30 आवरण पृष्ठ 3 9 7, 23, 28, 31, 32 www.jainelibrary.orgPage Navigation
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