Book Title: Jina Siddhant
Author(s): Mulshankar Desai
Publisher: Mulshankar Desai

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Page 174
________________ [जिन सिद्धान्त NAAM प्रश्न-आहार मार्गण के कितने भेद हैं ? उत्तर- दो भेद हैं-१ आहारक, २ अनाहारक । वे दोनो अजीव तत्व हैं। प्रश्नअनाहारक जीव किस किम अवस्था में होता है ? उत्तर--विग्रहगति, केवलीसमुद्धात और अयोगीकेवली अवस्था में जीव अनाहारक रहता है। प्रश्न--विग्रहगति में कौन सा योग है ? उत्तर-~-विग्रहगति में कार्माण योग होता है। प्रश्न--विग्रहगति के कितने भेद हैं ? उत्तर---चार भेद है-१ ऋजुगति, २ पाणिमुक्ता गति, ३ लांगलिकागति, ४ गोमत्रिकागति। व प्रश्न-विग्रहंगतियों में कितना कितना काल लगता है ? ___ उत्तर--ऋजुगति में एक समय, पाणिमुक्ता अर्थात् एक मोड़े वाले गति में दो समय, लांगलिका गति में तीन समय और गोमूत्रिकागति में चार समय लगता है। प्रश्न--इन गतियों में अनाहारक अवस्था कितने समय तक रहती है ? उत्तर-ऋजुगति वाला जीव अनाहारक नहीं होता, पाणिमुक्तागति में एक समय, लांगलिका में दो समय, और गोमृत्रिका में तीन समय अनाहारक रहता है।

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