Book Title: Jambudwip Part 03 Author(s): Vardhaman Jain Pedhi Publisher: Vardhaman Jain Pedhi View full book textPage 9
________________ हिन्दी विभाग संस्कृत कवियोंकी आत्मदृष्टि. डो. राजेंद्रसिंह इलहाबाद. यूपी. भारतीय दर्शममें आत्माकी अवधारमा.. एक आलोचनात्मक दृष्टि डो. लालबन्द्र जैन ७-१९. ज्योतिष-राज-प्रज्ञप्ति एक मुनि, कन्हैयालाल. २०-२३ पर्यवलोकन. माउंट आबू (राज.) जम्बूद्वीपका स्थापत्य एवं श्रीमती फूलकीर . २४-२८ संक्षिप्त विवरण. उज्जैन (M.P... चंद्रयात्राः वास्तविक तथ्य क्या ? - डो. तेजसिंह गौढ २९-४४ _ उज्जैन (M.P.) एक अमेरिकन गैज्ञानिककी दृष्टिमें. आजके मानचित्रोंकी त्रुटि-पूर्णता जैन धर्मशास्त्र और आधुनिक विज्ञान 5ो. दामोदर ४६-८१ के आलोक में पृथ्वी शास्त्री नई दिल्ही ऋग्वौदिक साष्टि-विज्ञानके - डो. श्यामसुन्दरः ८२-८५ भौगोलिक आधार. निगम उज्जैन (म.प्र.) मसीही-निस्तीधम में डो. ए.बी. शिवाजी ८६-९२ पृथ्वीका वर्णन उज्जैन (म.प्र.) उपलब्ध जैन ग्रन्थोमें ज्योतिषचक्र रतनलालजी ९३-९५ - की व्यवस्था कटारीया केकडी (राज.) "सूर्यसिद्धान्त" में पृथ्वी और सूर्य, डो. भगवतीलाल ९६-१०० राजपुरोहित उज्जैन (म.प्र.) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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