Book Title: Jainology Parichaya 03
Author(s): Nalini Joshi
Publisher: Sanmati Tirth Prakashan Pune
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(५) सोलह सतियाँ -
१) ब्राह्मी २) चन्दनबाला ३) राजीमती ४) द्रौपदी ५) कौशल्या ६) मृगावती ७) सुलसा ८) सीता
९) सुभद्रा १०) शिवा ११) कुन्ती १२) दमयन्ती १३) चूला १४) प्रभावती १५) पद्मावती १६) सुन्दरी
(B) तत्त्वज्ञान (Philosophy)
(१) छह द्रव्य -
१) धर्मास्तिकाय २) अधर्मास्तिकाय ३) आकाशास्तिकाय
४) काल ५) पुद्गलास्तिकाय ६) जीवास्तिकाय
(२) नौ तत्त्व/पदार्थ -
१) जीव (आत्मा) २) अजीव ३) पुण्य ४) पाप ५) आस्रव
६) संवर ७) निर्जरा ८) बन्ध ९) मोक्ष
(३) जीव के मुख्य दो भेद - १) संसारी जीव
२) मुक्त (सिद्ध) जीव
(४) जीव की चार गतियाँ -
१) नरकगति २) तिर्यंचगति
३) मनुष्यगति ४) देवगति
(५) संसारी जीव के दो भेद - १) त्रसजीव
२) स्थावरजीव
(६) एकेन्द्रिय (स्थावर) जीव के पाँच भेद -
१) पृथ्वीकायिक जीव २) अप्कायिक (जलकायिक) जीव ३) तेजस्कायिक (अग्निकायिक) जीव
४) वायुकायिक जीव ५) वनस्पतिकायिक जीव

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