Book Title: Jain Tirthon ka Aetihasik Adhyayana
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 348
________________ जैनतीर्थों का ऐतिहासिक अध्ययन २९५ शासनचतुस्त्रिशिका ( मदनकीर्ति ), संपा० दरबारी लाल कोठिया, सरसावा, १९४९ ई०।। सकलतीर्थस्तोत्र ( मुनिसुंदरसूरि ) संपा० सी० डी० दलाल, गायकवाड़ ओरियण्टल सिरीज, जिल्द ७६, पृ० १५६-७ । समराइच्चकहा (हरिभद्रसूरि ), संपा० हर्मन जाकोबी, कलकत्ता, १९२६ ई०। सत्यपुरमहावीरजिनोत्साह (धनपाल ), जैन साहित्य संशोधक, वर्ष ३, अंक ३, अहमदाबाद । सुकृतकीर्तिकल्लोलिनी ( उदयप्रभसूरि ), संपा० मुनिपुण्यविजय, बम्बई १९६१ ई०। सुकृतसंकीर्तन ( अरिसिंह ) संपा० मुनिपुण्यविजय, बम्बई, १९६१ ई० । हरिवंशपुराण (जिनसेन ), संपा० पन्नालाल जैन, वाराणसी, - १९६२ ई०। त्रिशष्टिशलाकापुरुषचरित (हेमचन्द्र ), अंग्रेजी अनुवादक-एच० जानसन, भाग १-६, बड़ौदा १९३९-६२ ई० । प्रशस्तियाँ श्री प्रशस्तिसंग्रह, संपा० अमृतलाल मगनलाल शाह, अहमदाबाद, सं० १९९३। जेनपुस्तकप्रशस्तिसंग्रह, संपा० मुनि जिनविजय, अहमदाबाद, १९४९ ई०। प्रशस्तिसंग्रह, संपा० पं० भुजबल शास्त्री, आरा, वि० सं० १९९९ । जैनग्रन्थप्रशस्तिसंग्रह, संपा० जुगुल किशोर मुख्तार, दिल्ली, १९५४ ई० । ग्रन्थ सूची ए डिस्क्रिप्टिव कैटलॉग ऑफ मैन्युस्क्रिप्ट्स इन द जैन भण्डार्स ऐट पाटन, संपा० सी० डी० दलाल, बड़ौदा, १९३७ ई० । कैटलॉग ऑफ पाम-लीफ मैन्युस्क्रिट्स इन द शान्तिनाथ जैन भण्डार, कैम्बे, भाग १-२ । संपाo-मुनि पुण्यविजय, बड़ौदा, ___१९६१-१९६६ ई० । कैटलॉग ऑफ संस्कृत एण्ड प्राकृत मैन्युस्क्रिप्ट्स : जैसलमेर कलेक्शन, संपा० मुनि पुण्यविजय, अहदाबाद, १९७२ ई० । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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