________________
जैनतीर्थो का ऐतिहासिक अध्ययन
इण्डिया, जिल्द १ ( ऐन्वेंट इण्डिया ) रैप्सन, द्वितीय भारतीय पुनर्मुद्रण, दिल्ली १३४ १५१ ।
शाह, अम्बालाल पी० - जैन तीर्थं सर्वसंग्रह ( भाग १, ( खंड १-२ ) भाग २ ) अहमदाबाद, वि० सं० २०१० ।
३०९
संपा - ई० जे० १९६२ ई०, पृ०
'सम जैन इ सकृप्सन्स एण्ड इमेजेज ऑफ माउन्ट शत्रुंजय', श्री महावीर जैन विद्यालय गोल्डेन जुबली वाल्यूम, ( बम्बई, १९६८ ), जिल्द १, पृ० १६२ १६९ ।
शाह, यू०पी० - ए पार्श्वनाथ स्कल्पचर इन क्लीवलैंड' द बुलेटिन ऑफ द क्वीवलैंड म्यूजियम ऑफ आर्ट, दिसम्बर १९७० ई०, पृ० ३०३-३११ ।
सुवर्ण भूमि में कालकाचार्य, वाराणसी, १९५५ ई० । स्टडीज इन जैन आर्ट, वाराणसी, १९५५ ई० :
शाह, सी० जे० - उत्तर हिन्दुस्तानमां जैन धर्म, बम्बई, १९३७ ई० । सरकार, डी० सी० - सं० रेलिजन एण्ड कल्चर ऑफ द जैन्स, कलकत्ता, १९७३ ।
स्टडीज इन ज्योग्राफी ऑफ ऐन्शेंट एण्ड मिडवल इण्डिया, द्वितीय संस्करण, दिल्ली, १९७८ ई० ।
Jain Education International
सेलेक्ट इन्स कृप्सन्स भाग १, द्वितीय संस्करण, कलकत्ता, १९६५ ई० ।
सांकलिया, एच० डी० - आर्कियोलाजो ऑफ गुजरात, बम्बई, १९४१ ई० ।
सांडेसरा, भोगीलाल - जैन आगम साहित्यमा गुजरात, अहमदाबाद, १९५२ ई० ।
महामात्य वस्तुपाल का साहित्य मंडल और संस्कृत साहित्य में उसका योगदान, वाराणसी, १९५९ ई० ।
सालेटोर, बी० ए० - मिडुवल जैनिज्म, धारवाड़, १९३८ ई० । सिकदर, जे० सी० - स्टडीज इन भगवती सूत्र, वैशाली, १९६४ ई० ।
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org