Book Title: Jain Tirthon ka Aetihasik Adhyayana
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 360
________________ जैनतीर्थों का ऐतिहासिक अध्ययन ३०७ मुसलगांवकर, वि० भा० -आचार्य हेमचन्द्र, भोपाल, १९७१ ई० । मेहता, मोहनलाल-जैन साहित्य का बृहद् इतिहास, भाग ३.४, वाराणसी, १९६७-६८ ई०। मेहता, मोहनलाल तथा चन्द्रा, के० आर-संपा० प्राकृत प्रापर नेम्स, भाग १-२ अहमदाबाद, १९७०-७२ ई० । मोती चन्द्र – 'कुछ जैन अनुश्रुतियाँ और पुरातत्त्व' प्रेमी अभिनन्दन ग्रन्थ ( टीकमगढ़, १९४६ ई०) पृ० २२९-२४९ । ___ - सार्थवाह, पटना, द्वि० सं०, १९६६ ई० । याजदानी, जी०-- द अर्ली हिस्ट्री ऑफ डकन ( हिन्दी अनुवाद ) नई दिल्ली, १९७७ ई०। रामचन्द्रन्, टी० एन०--जैन मानुमेंट्स एण्ड प्लेस ऑफ फर्स्टक्लास इम्पाटेन्ट्स, कलकत्ता, १९४४ ई०। रायचौधरी, पी० सी०- जैनिज्म इन बिहार, पटना, १९५६ ई० । रायचौधरी, हेमचन्द्र-भारत वर्ष का राजनैतिक इतिहास, इलाहा बाद, १९७८ ई० । लाहा, विमलाचरण- इण्डिया ऐज डिस्क्राइब्ड इन अर्ली टेक्स्ट आफ बुद्धिज्म एण्ड जैनिज्म, द्वितीय संस्करण, वाराणसी, १९८१ ई०। मानुमेन्ट्स ऑफ इण्डिया, कलकत्ता, १९४४ ई० । सम जैन कैनानिकल सूत्राज, बम्बई, १९४९ ई० । 'स्टडीज इन विविधतीर्थकल्प' जैन एन्टीक्वेरी जिल्द ५, अंक ४, पृ० १०९ और आगे। ल्यूडर्स एच० – 'सम इन्सकृप्सन्स ऐट द टेम्पुल ऑफ नेमिनाथ एट माउंट आबू' एपिग्राफिया इण्डिका, जिल्द ७, पृ० २०० २२९ । विरजी, के० जे०– ऐनशेंट हिस्ट्री ऑफ सौराष्ट्र, बम्बई, १९५२ ई० । शर्मा, दशरथ-'पृथ्वीराज चौहान और उनका राजत्व काल', जयपुर, १९७२ ई०। - स्टडाण Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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