Book Title: Jain Siddhant Kaumudi
Author(s): Ratnachandraswami
Publisher: Bhairavdan Sethia

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Page 292
________________ सेठियाप्रन्थमाला (२६०) धातुपाठ १६४ तुस सन्तोषे १६५ तर त्यागयाम् १९६ तामा उद्वेगे १९७त्ता पालने १९८ या काद १६६ स्थुम स्तुती २०० थंभ स्तम्भने २०१ थाभ भ्रमणे २०२ दद दाने २०३ दम उपशमे २०४ दय दयादानच्छाम २०५ दर विदा गो २०६दरस दर्शनायाम् २१६ दुह प्रपूर गणे २२० दृ गतौ परिताप च २२१ दस वैकृत्ये २२२ देव विनाये २२३ दोज्ज दाहने २२४ हा पलायन २२५ हु उगताप २२६ धम शब्दे २२७ धय पाने २२८ धस पतन । २२९ धाड भ्रमण । धुगा कम्पन २३१ व संताप २३२ लंद नन्दने २३३ नच्च गाविप । २३४ नड नृतो २३५ नद अव्यक्त शब्द २३६ नम नम्रीभाव २३७ नमंस नमस्कार २३८ नस्स नाश २३० निंद निन्दायाम २४० निह प्रीतो २४१ ने प्रावण २४२ ना अदबोधन २४३ न्हव गोपन २०७दरिका २०८ दल दान २०६ दमशन २१० दह धागा २११ दिक्ख दाक्षायाम २१२ दिप दाती - २१३ दिस प्रेतण दाने २१४ दिह वृष्टी २१५ दुगुंछ निन्दायग २१६ दुम श्वेतका गह २१७ दुस बैंकृता प्रीत २१८ दुह द्रोह Aho ! Shrutgyanam

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