Book Title: Jain Shila Lekh Sangraha 01
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Manikchand Digambar Jain Granthamala Samiti

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Page 638
________________ कल्याणी, चो० राजधानी भू० ८१. | कित्तूर कीर्तिपुर ७. कल्लहल्ल, एक नाला ५९. किराज, जा० ३८. कल्लेह, ग्रा० १३६. किरियकालन सेहि, पु० ४२४. कवट्ट, ग्रा० ३६. किरिय चौण्डेय, पु० ८७. कंवाचारि, लेखक ५३. किल्केरे, स्था० २४. कवि सेट्टि, प्र. ८९ भू. १२०. कीर्तिनारायण, उ० ५७ भू० ७९. काञ्चीपुर ५४, ९०, १३८, ३६०, | कीर्तिवा , चा० न०, भू. ७५, ८०, ४८६, भू० ७६, १४१. ८१. काञ्चीदेश ४५५. कुक्कुटसर्प ८५. काडलूर, ग्रा० २४. कुन्थनाथ जिनालय, भू० १०५. काडारम्भ, एक टैक्स ३५३. कुम्भकोण, स्था० ४३५, ४५६,४५७. कादम्बरी ग्रं०(नागदेवकृत) भू० ११७. | कुम्मट, स्था० १३० भू० ९७. काड्डुवट्टि, पल्लव नरेशोंकी उ० ३८. कुम्बेयनहल्लि, ग्रा० ४९५.। कापुर जिला भू० ८३. कुरुक्षेत्र ५३, ५६, ५९, ८३, ४८६. कान्यकुब्जनगर कन्नौज भू० ५९. कुर्ग नगर, भू० ८३, ११०. कापालिक ३८. कुलोत्तुङ्ग चङ्गाल्व भट्टदेव, चं० न० काम, ( देखो नृप काम ) १०३ भू० १११. कामदेव, उच्छङ्गि सर० ४०, ९०, कूगेब्रह्मदेव बस्ति, भू. १२. १२४, १३० भू० ११२. | कृष्ण (प्र०) रा० न०, भू० ७५. कामलदेवी, नागदेव मं० की पुत्री ४२ / कृष्ण (द्वि०) रा० न०, भू० ७६, ८०. १३०. कृष्ण (तृ.) राज, राजेन्द्र, रा० न० कारकल, ग्रा०, भू. ३४. ३८, ५४,५७ भू० ७२, ७६-८०. कालत्तूर, स्था०, भू० ११६. कृष्ण, नृप, 'राज, ओडेयर (प्र.) कालबाडिगे, एक टैक्स ४३४. मै० न० ८३ भू० ४८, १०७. कालब्बे, स्त्री, भू० ५२. कृष्णराज ओडेयर (तृ०) मै० न० ९८, काललदेवी, चामु० की माता भू० २४. ४३३, ४३४,भु० २०, २१, ३३, कावेरी, नदी, ५९ भू० १०९. । ४७, १०७, १०८. काशी नगर ८४, ४३५, ४३६. कृष्णराज बहादुर वर्तमान मै० न०, भू० काश्यप गोत्र ९८, ११७. ३३, १०८. किकोरि, स्था० ४३३, ४३४. | कृष्णवेण्णा-कृष्णा नदी १३८. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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