Book Title: Jain Shila Lekh Sangraha 01
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Manikchand Digambar Jain Granthamala Samiti

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Page 641
________________ गेडेगलाभरण, उ०, भू० ७९. गेरवाल-वघेरवाल ११८, ११९, घट्टकवाट, स्था० १३८. ३८२. घेरवाल बघेरवाल. गेरसोप्पे, स्था० ९७, ९९, १०० चक्रगोट, दु. ५३, ५६, १३८. १०२, १३४, १३५, ३३४ भू० चगभक्षण चक्रवर्ती, उ० ३३७ भू० ८१. गेसाजी, पु०, ३८२. चङ्गनाडु-हुणसूर तालुका, भू० १११. गोग्गि, सर० ३३७. चङ्गाल्व, रा० ५० १०३, भू० ८४, गोणूर, ग्रा० ३८. १०९, ११० गोदावरी नदी ५९. चतुस्समयसमुद्धरण, उ० ५३. गोनासा, पु० ३८२, ३८३, भू० चतुर्मुख कल्कि, न०, भू० ३०. ११९. चन्दले, चन्दाम्बिके, चन्दब्बे, नागदेगोम्मटपुर, श्रवण बेल्गुल ९२, १२८, वकी भार्या, ४२, १३०. १३७, १३८,४८६. चन्दाचारिग ( लोहकार ) २८१. गोम्मटसेट्टि, पु० ८१, ३६१, भू० ९९. चन्दिकब्बे-चन्दले ५३. गोम्मटेश्वर मूर्ति भू० १७. चन्द्रप्रभ बस्ति, भू० ८. गोयिल गोत्र ३४०, ३४४, भू० १२०. चन्द्रमौलि, मं० १०७, १२४, ४२६, गोलकुण्डा, राजधानी, भू० १०१. ४९४, भू० ४४, ९७, ९८. गोल्ल देश ४०, ४७, ५०. चरेङ्गय्य, पु० १४६, भू. ११८. गोविन्द, पु० ३९५, ४०४. चलदग्गलि, उ० ५७. गोविन्द ( द्वि० ) रा० न०, भू० ७५. चलदङ्ककार, उ० ५७ भू० ९२. गोविन्द ( तृ. ) रा. ना०, भू. ७६, चलदङ्कराव, उ० १४३, ४९९, भू. ७८, ७९. गोविन्दवाडि, स्था० २४, ५३, ४८९, चलदुत्तरङ्ग, उ०, ३८. भू० ९१. चलुवै अरसु, पु. ९८. गोविन्दसेट्टि, पु. ९७. चाकिसेट्टि, पु० ३६१. चागदकम्ब-त्यागदस्तम्भ ११० भू. गौड, गौल, देश १२४, १३०, १३८, ४९१, भू० १४२. चागल देवी, नारसिंह प्र०, हो० न० की गौरश्री कन्ति, स्त्री ११३. रानी १३८. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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