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जैन शास्त्रों की असंगत बातें !
आचार्यों तथा विद्वान् सन्त-मुनिराजों एवम् समझदार श्रावकों से मेरी विनम्र प्रार्थना है कि वे इस सम्बन्ध में कोई सुन्दर योजना बनाकर काम में लावें और जैन शास्त्रों के भविष्य को उज्ज्वल करें |
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देवै
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