Book Title: Jain Pooja Path Sangraha
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 8
________________ इर नांगिरा = 2 ट्र DERS OR 13 Ter da fær & c 1 [ मध्य प्रान्त: बुन्देलखण्ड देवगढ़-खो स्वहै। - १२ हैदर है पर मे २६ है वर है हैं है। अद्दार —–जनितपुर स्टेशन है= क्षेत्र स्थित है। चलेगे–टावरी भारतवर्ष में मन्दि है । मन 23 - गाडी j मे बाहर नहीं बनती योगेन्दर है ि है २० के है बगही ३९ वि० उन मन्दिर हैं। हाँ है। परि - नगर है । यहीं ,, हैं। बीनाजी अतिशय क्षेत्र १० यहाँ भगवान शान्ति की नैनागिरिन्द्र के उतर जाती है, वहाँ है = कुण्डन्द्रपुर-नेन्द्रको २१ | यहा पर भी सम्बन्ध में अनेक किंव् कागिरि हैं। के है । यहाँका तीन करोड मुनि मोक्ष गये हैं । है। 2 मूर्ती है। टर हैं → है, के मन्दिर है । स्टेशन में ३२ मील पर पहाडी ईगल के

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