Book Title: Jain Pooja Path Sangraha Author(s): Publisher: ZZZ Unknown View full book textPage 6
________________ पृष्ठ ४.. मालोचना पा ૩૮૬ विषय विपर श्री महावीराष्टक स्तोत्रम् ३४० आराधना पाठ निर्वाणकाण्ड ( गाथा) ३४४ अठाईरामा भक्तामर स्तोत्र (भाषा) ३४६ बारह भावना ( मगतराय कन) कल्याण मन्दिर स्तोत्र (भाषा) ३५३ तत्वार्थ सूत्र पूजा एकोभाव स्तोत्र (भाषा) 3५८ श्री कपभर के पूर्वभर नेमीनाय के पूर्वभव ३६३ सुगन्य दगमी मत स्था १८ विपापहार स्तोत्र भापा ३६४ | रविवत स्था ४३१ श्री पाश्र्वनाथ स्तोत्र (भाषा) ३७३ श्री वासुपूज्य जिन पूग निर्वाणकाण्ड (भाषा) ३७५ भरतामर भाषा (हजारीलाल, मुन्द्रल्सडी काका) 20 सामायिक पाठ (भाषा) ३८० ममावि मरण भाषा भूधर कृत स्तुति ( पुलकन्त) शान्तिनाथ पूजा (रामचद्र ) ८५३ स्तुति ( तव विलम्ब ) ३८७ पोडशसारण व्रत जाप स्तुति ( सकलज्ञेय) शिखरजी का भजन दुखहरण स्तुति ३९१ आरती ४०८ दौलत पद (भपनी सुध ) ३९३ चौनीसों भगवान को भारती समाधिमरण भापा (गौतमस्वामी) ३९४ महावीर स्वामी की आरती वैराग्य भावना ३९६ | पार्श्वनाथ की भारती ४ . मेरी भावना ३९९ | शातिमत्र प्रारभ्यते ४६१ भजन (सिद्धचक्र ) ४०१ चौबीस तीर्थरों के कि विशेष जानने योग्य बाते जैन व्रत और त्यौहार आवश्यक नियम दिशाशूल विचार पदार्थों की मर्यादा भारत के प्रमुख जैन तीर्थक्षेत्र | बारह भावना वन्दना | सक्षिप्त सूतक विधि मुद्रक श्री जवाहर प्रिंटिग वर्क्स, ८० रबिन्द्र सरणी, कलकत्ता-७ ३८९ ४५८ ४६३Page Navigation
1 ... 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 ... 481