Book Title: Jain Pilgrimage
Author(s): Hastinapur Jain Shwetambar Tirth Committee
Publisher: Hastinapur Jain Shwetambar Tirth Committee

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Page 36
________________ विधिपूर्वक महोत्सवों को करते हुए, कितने ही भवों का दुःख नाश कर कर्म क्लेशों को नष्ट करके अतिशयकारक महातीर्थ हस्तिनापुर में सिद्धि को प्राप्त हुए। श्री गजांस हस्तिनापुर) तीर्य का छोटे-से-छोटा यह कल्प है। कल्पवृक्ष के समान इस कल्प का संकल्प पूरा हुआ ॥२॥ ॥ इतिश्री हस्तिनापुर तीर्थ कल्प समाप्तः॥ पं० २४, अं० ११ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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