Book Title: Jain Pilgrimage
Author(s): Hastinapur Jain Shwetambar Tirth Committee
Publisher: Hastinapur Jain Shwetambar Tirth Committee
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निवेदन
श्री शान्तिनाथाय नमः
उत्तरीय भारत का प्राचीन ऐतिहासिक जैन तीर्थ हस्तिनापुर
श्री ऋषभदेव ( आदीश्वर ) भगवान के वार्षिकतप के पारने की मूल पुण्यभूमि
और
१६ वें १७वें और १८वें तीर्थकरों के बारह कल्याणकों का पवित्रस्थान श्री हस्तिनापुर तीर्थ
की
यात्रा कर जन्म सफल कीजिये ।
वार्षिक तप का पारना अक्षयतृतीया के दिन यहाँ कर
पुण्योपार्जन करिये ।
जैन इतिहास :
जैन शास्त्रों में हस्तिनापुर तीर्थ का बहुत वर्णन आता है, प्रथम तीर्थंकर श्री ऋषभ देव भगवान ने वर्षीयतप का पारना अपने पौत्र श्री श्रेयांसकुमार के हाथ से इक्षुरस से अक्षय तृतीया ( वैसाख सुदि ३) के दिन इसी भूमि में किया था, आज भी श्रीसंघ में बहुत से साधू साध्वी श्रावक श्राविका वर्षीय तप करते
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