Book Title: Jain Dharma me Dhyana ka Aetihasik Vikas Kram Author(s): Uditprabhashreeji Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur View full book textPage 4
________________ • जैध धर्म में ध्यान का ऐतिहासिक विकास क्रम • साध्वी डॉ. उदितप्रभा 'उषा' • मार्गद्रशिका : महायोगेश्वरी महासती श्री उमरावकुंवर जी म. सा. 'अचर्ना' . •निदेशक : डॉ. सागरमल जी जैन, शाजापुर • प्रथमावृत्ति : जनवरी 2007 • प्रतियाँ : 1200 • प्रकाशक / प्राप्ति स्थान (1) मुनि श्री हजारीमल स्मृति प्रकाशन, पीपलिया बाजार, ब्यावर (राज.) (2) प्राच्य विद्यापीठ दुपाड़ा रोड़, शाजापुर (म. प्र.) • अर्थ सहयोगी : उदारमना श्रीमान् सुरेश कुमार निखिल कुमार बैद - चैन्नई • प्राप्ति स्थान : 1. सरस्वती पुस्तक भण्डार, हाथी खाना, रतनपोल, अहमदाबाद -1 2. भारतीय विद्या प्रकाशन कचौड़ी गली चौक, वाराणसी - 1 3. पार्श्वनाथ विद्यापीठ करौदी, पो. बी. एच. यू., वाराणसी - 5 4. Dr. Peter Flugel 16, Elsinore Garden, LONDON, NW 2-1 SS, ENGLAND P.No. 0044 207898 4020 मुद्रण : मूल्य : 200/ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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