Book Title: Jain Dharma me Atmavichar
Author(s): Lalchand Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 321
________________ ( ३०६ ) मंत्री, साहित्य विभाग, मा० वि० जैन संघ, मथुरा; चतुर्थ संस्करण; १९६६ । ६६. जैन न्याय : कैलाशचंद्र शास्त्री, प्रकाशक-भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, दिल्ली-६; प्रथम संस्करण; १९६६ । ६७. जैन फिलासफी आफ नान एवयूलूटिज्म : एस० मुखर्जी; कलकत्ता; १९४४ । ६८. जैन साइकालोजी : मोहनलाल मेहता; प्रकाशक-सोहनलाल जैन धर्म प्रचारक समिति, अमृतसर; सन् १९५३।। ६९. जैन साहित्य का इतिहास (पूर्व पीठिका) : पं० कैलाश चन्द्र शास्त्री प्रकाशक-श्री गणेशप्रसाद वर्णी जैन ग्रंथमाला, भदैनी, वाराणसी; प्रथम संस्करण; वीर नि० सं० २४८९ । ७०. जैनिज्म दि ओल्डेस्ट लिविंग रिलीजन : ज्योतिप्रसाद जैन; प्रकाशक-जैन कल्चर रि० सोसायटी, वाराणसी; १९५१ । ७१. जैनेन्द्र सिद्धांत कोश (भाग १ से ४), जिनेन्द्र वर्णी; प्रकाशक. भारतीय ज्ञानपीठ; प्रथम संस्करण; सन् १९७०-७३ । ७२. ज्ञानार्णव (हिन्दी अनुवाद सहित) : शुभचन्द्राचार्य, प्रकाशक श्री परमश्रत प्रभावक मंडल, रायचंद्र जैन शास्त्रमाला, जवेरी बाजार, बम्बई; वी०नि० सं० २४३३ । ७३. ठाणं : सम्पादक-मुनि श्री वल्लभविजय; प्रकाशक-माणेकलाल चुन्नीलाल, अहमदाबाद; १९३७ । ७४. डाक्ट्रिन आफ द जैनिज्म : वाल्थर सं०; प्रकाशक-मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली; सन् १९३२ । ७५. तत्त्वसंग्रह : कमलशीत; सम्पादक द्वारिकादास शास्त्री प्रकाशक -- बौद्ध भारती, वाराणसी; प्रथम संस्करण; १९६८ । ७६. तत्त्वानुशासन (हिन्दी भाषानुवाद सहित) : नागसेन सूरि; प्रका शक-वीर सेवा मन्दिर, दिल्ली; प्रथम संस्करण; १९६३ ।। ७७. तत्त्वार्थवार्तिक, भाग १, २ (हिन्दी सार सहित) : भट्ट अकलंक देव; सम्पादक-प्रो० महेन्द्रकुमार जैन, प्रकाशक-भारतीय ज्ञानपीठ, काशी; प्रथमावृत्ति; वी०नि० सं० २४९९ । ७८. तत्त्वार्थवृत्ति (हिन्दी सार सहित) : श्रुतसागर; सम्पादक महेन्द्र कुमार जैन; प्रकाशक-भारतीय ज्ञानपीठ, काशी। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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