Book Title: Jain Dharma me Atmavichar
Author(s): Lalchand Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 336
________________ Rabinsonileaoad HINDI लेखक-परिचय डा० लालचन्द जैन का जन्म 3 मई, सन् 1944 ई. में किशनगढ़ जिला छतरपुर (म० प्र०) में हुआ। आपने स्याद्वाद महा विद्यालय, वाराणसी से सिद्धान्त शास्त्री; सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय से जैन दर्शनाचार्य, बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर से एम० ए० (प्राकृत-जैनशास्त्र एवं संस्कृत) तथा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी से एम० ए० (दर्शनशास्त्र), शास्त्राचार्य (जैनदर्शन) एवं पी-एच०डी० की उपाधियाँ ग्रहण की। आपने बिहार विश्वविद्यालय की एम० ए० (प्राकृत एवं जैनालाजी) परीक्षा में स्वर्णपदक भी प्राप्त किया / आपने सन् 1972-74 ई० तक जैन विश्व भारती, लाडनूं में प्रवक्ता के पद पर कार्य किया, तत्पश्चात् जुलाई, 1974 से आप प्राकृत, जैनविद्या एवं अहिंसा शोध संस्थान, वैशाली (बिहार) में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं। विविध शोध पत्रिकाओं एवं अभिनन्दन-ग्रन्थों में आपके अनेक शोधात्मक निबन्ध भी प्रकाशित हुए हैं। Pap er Sesamananews Sain Education International For Payale 2 Personal use on Saawijairnelibrary.orgs

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