Book Title: Jain Dharma me Atmavichar
Author(s): Lalchand Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 320
________________ ( ३०५ ) चौखम्भा संस्कृत सीरीज आफिस, वाराणसी; प्रथम संस्करण; सन् १९६५ । ५४. जम्बूद्वीप पण्णत्ति ( हिन्दी अनुवाद सहित ) : पद्मनन्दि; प्रकाशक - जीवराज जैन ग्रंथमाला, शोलापुर; प्रथम संस्करण; सन् १९५८ । ५५. जसहरचरिउ : अम्बादास चवरे; प्रकाशक - दि० जैन ग्रंथमाला, कारंजा, बरार; १९३१ । ५६. जीवाजीवाभिगम सूत्र : प्रकाशक - देवचन्द्र लालाभाई जवेरी, सूरत । ५७. जैन आचार : मोहनलाल मेहता; प्रकाशक - पा० वि० शोध संस्थान, वाराणसी; १९६६ । ५८. जैन तत्त्व मीमांसा : पं० फूलचन्द्र सिद्धांतशास्त्री, प्रकाशकअशोक प्रकाशन मंदिर, भदैनी घाट, वाराणसी । ५९. जैन दर्शन : डा० महेन्द्र कुमार जैन; सम्पादक और नियामकपं० • फूलचन्द्र शास्त्री तथा दरबारीलाल कोठिया ; प्रकाशक -- मन्त्रि श्री गणेशप्रसाद वर्णी जैन ग्रंथमाला वाराणसी; प्रथम संस्करण; १९६६ । ६०. जैन दर्शन : डा० मोहनलाल मेहता; प्रकाशक - सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा; १९५९ । ६१. जैन दर्शन : मनन और मीमांसा : मुनि नथमल; सम्पादकमुनि दुलहराज; प्रकाशक - कमलेश चतुर्वेदी, प्रबन्धक, आदर्श साहित्य संघ, चुरु ( राजस्थान); परिवद्धित संस्करण; १९७३ । ६२. जैन दर्शन और आधुनिक विज्ञान : मुनि श्री नगराज जी; सम्पादक-सोहनलाल ; प्रकाशक - रामलाल पुरी; संचालक, आत्माराम एण्ड सन्स, कश्मीरी गेट, दिल्ली- ६; सन् १९५९ । ६३. जैन दर्शन सार : पं० चैनसुखदास; अ० क्षे० म०; प्रथम संस्करण | ६४. जैन दर्शन - स्वरूप और विश्लेषण : देवेन्द्र मुनि शास्त्री; प्रकाशक - श्री तारक गुरु जैन ग्रंथमाला, शास्त्री सर्कल, उदयपुर ( राजस्थान); प्रथम प्रवेश, १९७५ । ६५. जैन धर्म : सिद्धान्ताचार्य श्री कैलाशचन्द्र शास्त्री ; प्रकाशक - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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