Book Title: Jain Dharm Ki Kahaniya Part 04
Author(s): Haribhai Songadh, Swarnalata Jain, Rameshchandra Jain
Publisher: Akhil Bharatiya Jain Yuva Federation

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Page 4
________________ अबतक - 23,200 प्रतियाँ षष्टम् आवृत्ति - 2,200 प्रतियाँ (दश महापर्व, 2009 के अवसर पर) न्यौछावर - दस रुपये मात्र प्राप्ति स्थान 1. अखिल भारतीय जैन युवा फैडरेशन, शाखा - खैरागढ़ श्री खेमराज प्रेमचंद जैन, 'कहान निकेतन' खैरागढ़ - 491881, जि. राजनांदगाँव (म.प्र.) 2. पण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट ए-४, बापूनगर, जयपुर - 302015 (राज.) पाण 3. ब्र. ताराबेन मैनाबेन जैन 'कहान रश्मि', सोनगढ़ - 364250 जि. भावनगर (सौराष्ट्र) टाईप सेटिंग एवं मुद्रणजैन कम्प्यूटर्स, ए-4, बापूनगर, 302015 जयपुर फोन : 0141-2701056 फैक्स : 0141-2708965 मोवा. : 094147 17816 2 अनुक्रमणिका 1. अंजना चरित्र 2. लव-कुश वैराग्य 11 69

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