Book Title: Jain Dharm Darshan ke Pramukh Siddhanto ki Vaignanikta
Author(s): Lakshmichandra Jain
Publisher: Ganeshprasad Varni Digambar Jain Sansthan

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Page 9
________________ अनूठे एवं जटिल विषय पर गम्भीर अध्ययन-अध्यापन एवं सक्रिय निर्देशन के कारण उन्हें प्राकृत ज्ञान भारती एजूकेशन ट्रस्ट बेंगलोर द्वारा सम्मानित किया गया है । इनकी अन्य महत्त्वपूर्ण कृतियाँ प्रवचनसार एक अध्ययन और Taoof Jain Science पठनीय एवं संग्रहणीय हैं । हिन्दी-अंग्रेजी तथा अन्यान्य भाषाओं की देशी-विदेशी पत्र-पत्रिकाओं में आपके शताधिक शोध-निबन्ध भी प्रकाशित हैं । फिर भी आपका जीवन “सादा जीवन उच्च विचार" की उक्ति को चरितार्थ करता है। संस्थान ऐसे महान् विद्वान् के व्याख्यानों के लाभ से गौरव का अनुभव कर रहा है। Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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