Book Title: Jain Bal Shiksha Part 1
Author(s): Amarmuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 24
________________ १२ अच्छा बच्चा जो न किसी का हृदय दुखाता, वह अच्छा बच्चा कहलाता । जो झगड़ों में नहीं उलझता, झूठ बोलना पाप समझता । अपने मन में प्रभु से डरता, नहीं काम मन - माना करता, Jain Education International सुख से विद्या पढ़ने जाता, वह अच्छा बच्चा कहलाता ! दया दिखाने में सुख मानों माता-पिता की आज्ञा मानो । नहीं करेगा पाप कभी वह, क्या देगा संताप कभी वह ? ( २३ ) For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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