Book Title: Jain Bal Shiksha Part 1
Author(s): Amarmuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 32
________________ १६ अच्छा बालक अच्छा बालक वही कहलाता, नित्य सवेरे उठा करे । करे काम जो सदा समय पर, प्रभु का सुमरन किया करे ॥ दया करे जो दीन Jain Education International जनों पर कभी न आलस किया करे । कभी भूल कर झूठ न बोले, दुःख न किसी को दया करे ॥ माता-पिता और सभी बड़ों की, मन से सेवा किया करे । प्रेम बढ़ावे सभी जनों से, गुरु की आज्ञा किया करे || ( ३१ ) - For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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