________________
JAINA CONVENTION 2011
परस्परोपग्रह सिद्धांत के द्वारा जैनदर्शन में मनुष्यों की पारस्परिक सहानुभूति या दया को महत्व दिया गया है । आज के समाज की यह प्रथम आवश्यकता है । शिक्षा के द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढती जा रही है । यह प्रतिस्पर्धा दूसरे से अपने को श्रेष्ठ साबित करने की प्रवृत्ति को जन्म दे रही है । इस प्रवृत्ति के कारण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के प्रति प्रेम का व्यवहार समाप्त हो रहा है, और उसका स्थान ईर्ष्या, द्वेष, घृणा ले रहे हैं । और परिणाम स्वरूप आतंकवाद, जातिवाद, संप्रदायवाद, हत्या, चोरी न जाने किन-किन रूपों में हमारे सामने आ रहे हैं, जो मानव समाज के आधारभूत सिद्धांतों को खंडित कर रहे हैं ।
सामंजस्य की सबसे बड़ी बाधा हओ आग्रही मनोवृत्ति, मिथ्या द्रष्टिकोण | भगवान महावीर के अनेकांत की प्रथम घोषणा है 'सत्य के ठेकेदार' मत बनो । दूसरे के विचारों के आधार को देखो, सत्य को समझो, अवकाश दो, आग्रह चेतना कमजोर हो जायेगी और जहाँ आग्रह नहीं वहाँ समस्या भी नहीं रहेगी ।
-
मनुष्य कोई ईंट नहीं है, जिसे एक सांचे में ढालकर हज़ारों एक जैसे बनाये जा सके । चेतनायुक्त प्राणी है, चिंतन है, स्मृति है, कल्पना है, कुछ नया करने की उमंग है । सबका अपना अपना द्रष्टिकोण है । विचार-भेद शत्रुता का नहीं अपितु मनुष्य की स्वतंत्रता का सबसे बड़ा लक्षण है । विचार नहीं मिलते उनके साथ कैसे रहें ? इसके लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता है । सकारात्मक रवैया अपनाने पर सत्य शिवम् सुंदरम् की त्रिवेणी प्रवाहित होगी । व्यक्ति स्वयं जीवन यापन करे साथ ही दूसरों को सहयोग देते परम संतोष को प्राप्त करे यही हमारा ध्येय रहे ।
-
"Live and Help Live"
मानव समाज का लक्ष्य यही है कि वे समूह में रहकर एक दूसरे के अस्तित्व की रक्षा करते, एक दूसरे के सहयोग से अपना विकास करे, अपना निर्माण करे ।
ඔය
91
अहिंसा से पैदा करना है गाँधी' - अलका संखाला (सुरत गुजरात )
3
पलपल साथ तो रहना ही है, रितीरिवाजों को निभाना भी है। वादविवाद तो होती ही रहते है जिंदगी में
...
रहना मगर प्यारसे जीवन में परिवार का महत्व समजो बहनों कानून से सदा दूर रहना बहनों,
नुकसान उसीका है जो कानून की ओर भावकों कहती हूँ... समस्या को समजना सिखों बहन
अहिंसा का प्रशिक्षण सबको लेना है, हिंसा से सदा दूर रहना है, सारी दुनियां बड़ी आशाओं से
आप की ओर देख रही है बहनों हिंसा से पैदा होती है आंधी अहिंसा से हमें पैदा करना है गाँधी
BQ