Book Title: Hindi Jain Sahitya ka Bruhad Itihas Part 1
Author(s): Shitikanth Mishr
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 659
________________ ६४२ मरु गुर्जर जैन साहित्य स्थूलिभद्ररास १२७, ५६९ हर्षचरित ८९ हंसराजवच्छराज (रचना) २७८ हितशिक्षाप्रबुद्धरास १४३, १४४ हंसराजवच्छराजचउपइ ८८ हिन्दी साहित्य का अतीत ४ हसराजवत्सराजचरित्र ५१४ हिन्दी साहित्य का बृहद् इतिहास हंसवच्छराजकथा २२५ हंसवत्सकथाचौपइ ३३१ हिन्दी जैन साहित्य का संक्षिप्त. हसाउली हंस वच्छ चौपई २२५ । इतिहास १३२ हनुमन्तरास ३८० हीयाली ५६२ हम्मीरमहाकाव्य २२४, २४२ बारहव्रतसंज्झाय ३२५, ३२६ हरिबलचौपाइ ३६८, ६०६ हीयालीगीत ४७० हरिबलमाछीचौपाइ ४६७, ४६९ हरिविजयसूरिनावारमास ३५६ हरिबलरास ३४७ हेमतिलकसूरिसंधि २११ हरिवंशपुराण ४१, ४९, ५० ९० हेमरत्नफागु ४९५ ९२ ५४२ हेमरत्नसूरिफागु ५५६ हरिवंशपुराण ( अपभ्रंश ) २६९ हेमविमलफागु ५४० हरिवंशपुराणरास ३८० हेमविमलसूरिफागु ५६९ हरिश्चन्द्र प्रबन्ध ४४१ हेमविमलसूरिविवाहलु ५६७ हरिश्चन्द्ररास ३६०, ४०५ हेमविमलसूरिस्वाध्याय ५४० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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