Book Title: Hemchandracharya Diwakar Chitrakatha 040
Author(s): Nityanandsuri, Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 18
________________ कलिकाल सर्वज्ञ : हेमचन्द्राचार्य राजा ने आदेश दिया आचार्यश्री ने "सिद्ध हेमचन्द्र शब्दानुशासन" नाम सूचित किया है। लगभग सवा लाख श्लोक हैं उसके। सम्मान पूर्वक ग्रन्थ राजसभा में लाया जाय। Nood राजा के आदेशानुसार पट्ट हस्ती पर सोने का सिंहासन रखा गया। उस पर मोतियों का छत्र लगाया। स्वर्ण थाल में व्याकरण ग्रन्थ रखकर। दोनों तरफ दो युवतियाँ चंवर दुलाने लगीं। हजारों स्त्री-पुरुषों के जुलूस के साथ ग्रन्थ राजसभा में पहुंचा। 16 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

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